वाशिंगटन । वर्जीनिया में एक डिपार्टमेंटल स्टोर के बाहर गुजराती पिता-पुत्री की हत्या ने अमेरिका में भारतीय समुदाय को झकझोर कर रख दिया है। अब गुजरात में पीड़ित परिवार ने खुलासा किया है कि बाप और बेटी को एक अफ्रीकी-अमेरिकी व्यक्ति ने सिर्फ इसलिए गोली मारी थी, क्योंकि उसे शराब चाहिए था और दुकान बंद हो गई थी।
प्रदीपभाई पटेल (56) जब 21 मार्च की सुबह करीब 5:30 बजे अपनी बेटी उर्मी के साथ डिपार्टमेंटल स्टोर खोल रहे थे, तभी उस व्यक्ति ने दोनों को गोली मार दी। प्रदीपभाई पटेल की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनकी 26 वर्षीय बेटी ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। प्रदीप के परिवार ने कहा कि आरोपी की पहचान जॉर्ज फ्रेजियर डेवोन व्हार्टन के रूप में हुई है, जो पूरी रात शराब खरीदने के लिए उनके डिपार्टमेंटल स्टोर के आसपास मंडराता रहा। जब प्रदीप और उर्मी वहां पहुंचे तो उसने उनसे पूछा कि दुकान क्यों बंद है? आरोपी ने इस बात के लिए दोनों पर गुस्सा जताया कि उसे रातभर इंतजार करना पड़ा। गुस्से और आवेश में जॉर्ज ने दोनों पर गोलियां चला दीं। प्रदीप को दो गोलियां लगीं, जबकि एक गोली उर्मी को लगी। घटना के दो घंटे के भीतर अमेरिकी पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। छह साल पहले प्रदीपभाई और उनकी पत्नी हंसाबेन अपनी सबसे छोटी बेटी उर्मी के साथ विजिटर वीजा पर अमेरिका गए थे। कुछ समय बाद इस गुजराती परिवार ने वर्जीनिया के एकोमैक काउंटी में डिपार्टमेंटल स्टोर खोला।