बोले उस वीआईपी को भी तो सजा मिलनी चाहिए
देहरादून। अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर कल से गांधी पार्क में धरने पर बैठे पूर्व सीएम हरीश रावत का धरना भले ही आज दोपहर 12 बजे समाप्त हो गया हो लेकिन धरना खत्म होने के बाद उन्होंने यह ऐलान भी किया है कि हैवानियत के खिलाफ उनका आंदोलन जारी रहेगा और हर हफ्ते, 15 दिन बाद वह ऐसे तमाम मुद्दों को लेकर आंदोलन करते रहेंगे।
हरीश रावत का कहना है कि जिन लोगों ने अंकिता की हत्या की वह सलाखों के पीछे हैं लेकिन जिसकी वजह से उसकी हत्या हुई वह भी तो कसूरवार है। अंकिता पर जिस वीआईपी को स्पेशल सर्विस देने के लिए दबाव बनाया जा रहा था उसे भी तो सजा मिलनी चाहिए वह भी हत्या का अहम कारण है लेकिन जांच में उसका कहीं कोई जिक्र नहीं है। उन्होंने कहा कि उसे क्यों बचाया जा रहा है और उसे कौन बचा रहा है यह सच भी सबके सामने आना चाहिए ताकि ऐसे लोगों से समाज सतर्क रहें।
उन्होंने कहा कि उनका धरना समाप्त जरूर हो गया है लेकिन आंदोलन जारी रहेगा। इस तरह की हैवानियत के खिलाफ वह हर हफ्ते, 15 दिन बाद आंदोलन करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि यह पहाड़ की बेटियों की इज्जत का सवाल है और इस पर वह चुप नहीं बैठ सकते हैं। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट को अगर भरोसा है कि एसआईटी सही जांच कर रही है तो हो सकता है, लेकिन इस मामले से जुड़े कई तथ्य ऐसे हैं जिनसे पर्दा उठना जरूरी है।