देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपने निकट सहयोगी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जोत सिंह बिष्ट के इस्तीफे से इतने आहत हैं कि उन्होंने जोत सिंह बिष्ट के सोशल मीडिया पर दिए गए इस्तीफे को नामंजूर कर दिया। उनका कहना है कि भले ही वह उम्र में मेरे बराबर हों लेकिन वह मेरा बहुत सम्मान करते हैं उन्होंने ही मुझे यह हक दिया है कि मैं उनसे क्या ठीक है और क्या गलत है अपनी राय या फैसला दे सकूं। हमें उनका इस्तीफा मंजूर नहीं है हम उन्हें मना लेंगे वह ऐसा नहीं कर सकते। हरीश रावत का कहना है कि उन्होंने पूरे जीवन काल में कांग्रेस की निष्ठा पूर्वक सेवा की है वह मेहनती और कांग्रेस के समर्पित सिपाही हैं। उन्होंने जिन मुद्दों की ओर ध्यान दिलाया है या जिन्हें लेकर वह आहत हैं उन्हें दूर करने का प्रयास किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि बीते कल जोत सिंह बिष्ट ने अपने बेटे के साथ दिल्ली में आप की सदस्यता ग्रहण कर ली थी तथा कांग्रेस से नाता तोड़ने की जानकारी अपने इस्तीफे के साथ सोशल मीडिया के माध्यम से दी गई थी। जोत सिंह बिष्ट द्वारा कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कांग्रेस को निजी हितों के लिए काम करने वाली पार्टी बताया था तथा पार्टी में कोई अनुशासन न होने तथा कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की बात कही गई थी। जोत सिंह बिष्ट जैसे बड़े व पुराने नेता के पार्टी छोड़ने से कई कांग्रेसी नेता सवाल उठा रहे है।