- पाखरों रेंज में टाइगर सफारी निर्माण में धांधली का मामला
देहरादून। पाखरों रेंज में टाइगर सफारी निर्माण में हुई वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों से घिरे पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता आज ईडी के कार्यालय में पेश हुए जहां ईडी के अधिकारियों द्वारा उनसे पूछता की जा रही है।
लंबे समय से ईडी द्वारा उन्हें सम्मन भेजे जा रहे थे लेकिन वह अपनी राजनीतिक कार्यों में व्यस्तता का हवाला देकर ईडी के सामने पेश नहीं हो रहे थे अभी 4 दिन पहले ईडी ने उन्हें तीसरा सम्मन भेजा था जिसके बाद वह आज सुबह लगभग 10ः30 बजे दून स्थित ईडी के कार्यालय पहुंचे हैं जहां ईडी के अधिकारियों द्वारा उनसे पूछताछ की जा रही है। डॉ हरक सिंह पर 20.9.2020 में भाजपा सरकार में वन मंत्री के पद पर रहते हुए पाखरों रेंज में टाइगर सफारी निर्माण में वित्तीय घोटाले का आरोप है। इस टाइगर सफारी निर्माण के लिए 6 हजार से अधिक इमारती लकड़ी के पेड़ काटे जाने का मामला प्रकाश में आया था जबकि अनुमति सिर्फ 185 पेड़ काटे जाने की ली गई थी। जिसका मामला हाईकोर्ट से होता हुआ सीबीआई जांच तक पहुंचा था अब इस मामले में ईडी द्वारा भी कार्यवाही की जा रही है और डा. हरक सिंह लंबे समय से सीबीआई और ईडी की जांच का सामना कर रहे हैं।
आज जब डा. हरक सिंह ईडी कार्यालय में पेश होने पहुंचे तो वहां पहले से ही मौजूद पत्रकारों द्वारा उनसे इस मामले में बात की तो उन्होंने कहा कि यह राजनीतिक मामला है। उन्होंने कहा कि हमने तो अच्छे काम के लिए टाइगर सफारी का निर्माण कराया था उनका कहना था कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है राजनीतिक कारणों से यह सब कुछ हो रहा है। जब उनसे पूछा गया कि उनसे ईडी क्या पूछना चाहती है तो उन्होंने कहा कि मैं जा रहा हूं अब इस विषय में क्या बता सकता हूं। इस मामले में उनके साथ कई वन विभाग के अधिकारी भी फंसे हुए हैं। कांग्रेस नेता करन माहरा का कहना है कि डा. हरक सिंह के खिलाफ होने वाली सीबीआई और ईडी की कार्यवाही राजनीति से प्रेरित है। समाचार लिखे जाने तक हरक सिंह ईडी के कार्यालय में ही मौजूद थे तथा उनसे पूछताछ जारी थी।