हरक सिंह की कांग्रेस मेंं बिना शर्त वापसी

0
829

आखिरकार मान मनोव्वल के बाद मान ही गये हरीश रावत
टिकट देने और चुनाव लड़ाने पर अभी फैसला नहीं

देहरादून। भाजपा से निष्कासित किये गये डा. हरक सिंह रावत की आखिरकार आज कांग्रेस में वापसी हो ही गयी। बीते दो—तीन दिन से चले आ रहे इस विवाद का समापन आज नई दिल्ली में हरक सिंह रावत को सदस्यता दिलवाये जाने के बाद हो गया।
पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते भाजपा ने उन्हे न सिर्फ मंत्रिमण्डल से बर्खास्त कर दिया था बल्कि 6 साल के लिए पार्टी से भी निष्कासित कर दिया था। इसके बाद उनके पास कांग्रेस में वापसी के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था। उनकी कांग्रेस में वापसी का मामला बीते तीन—चार दिन से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के साथ चली आ रही पुरानी अदावत के कारण अटका हुआ था। 2016 में कांग्रेसी बगावत और कांग्रेस विभाजन के सूत्रधार रहे डा. हरक सिंह को कांग्रेस में वापस बुलाने को लेकर पार्टी में भी भारी विरोध हो रहा था। जबकि डा. हरक सिंह अपनी गलतियों के लिए सार्वजनिक माफी मांगने तक को तैयार थे।
आज बिना शर्त वह कांग्रेस में वापस ले लिये गये है। साथ ही उनकी पुत्रवधु अनुकृति भी कांग्रेस में शामिल हो गयी है। कांग्रेस में वापसी के बाद हरक सिंह रावत ने सोनियंा गांधी और प्रदेश कंाग्रेस नेतृत्व का आभार जताते हुए कहा है कि वह कांग्रेस के इस बड़े अहसान को कभी नहीं भूलेगें। उन्होने कहा कि मैने बीस साल कांग्रेस की सेवा की है और भविष्य में निस्वार्थ भाव से प्रदेश की जनता और कांग्रेस के लिए कांम करूंगा। उनके कांग्रेस में वापसी पर हरीश रावत का कहना है कि सुबह का भूला शाम को घर लौट आये तो उसे भूला नहीं कहते। उन्होने कहा कि माफी मांगने वाला और माफ करने वाला कोई भी छोटा नहीं होता है। जहंा तक उन्हे टिकट देने और चुनाव लड़ाने का सवाल है उस पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here