नई दिल्ली। इजराइल-हमास जंग के बीच गाजा पट्टी में बंधक बनाए गए 50 लोगों को रिहा करने पर सहमति बन गई है। रेड क्रॉस की एक टीम इन बंधकों को लेने के लिए गाजा पट्टी के अंदर जा चुकी है, माना जा रहा है कि कुछ ही देर में इन बंधकों की रिहाई हो सकती है, जिनमें ज्यादातर विदेशी नागरिक हैं, इससे दो दिन पहले ही हमास ने दो अमेरिकी नागरिकों को मुक्त किया था। इजराइल और हमास के बीच चल रही जंग के बीच इजराइल के सीमावर्ती इलाकों से बड़ी संख्या में विदेशी नागरिकों और इजराइल के लोगों को बंधक बनाया गया था। इन बंधकों को हमास के लड़ाके ह्यूमन शील्ड के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं, माना जा रहा है कि बंधक हमास के कब्जे में होने की वजह से ही इजराइल पूरी ताकत के साथ हमास पर हमला नहीं कर पा रहा है। अब अमेरिका और कतर की मध्यस्थता के बाद हमास की ओर से 50 बंधकों को छोड़ने की सहमति बनी है। हालांकि ये वे लोग हैं जो विदेशी नागरिक हैं। इजराइल के नागरिकों को लेकर अभी तक कोई बातचीत नहीं हो पाई है। इजराइल और हमास के बीच चल रहे जंग में बंधक बनाए गए लोगों को छुड़ाने के लिए पिछले कई दिनों से प्रयास चल रहे हैं, कतर के साथ अब अमेरिका ने भी मध्यस्थता की इस पहल को बढ़ाया और हमास और दूसरे स्टेक होल्डर से बातचीत की। माना जा रहा है कि अमेरिका के दबाव डालने के बाद हमास के लड़ाके विदेशी नागरिकता वाले 50 लोगों को रिहा करने पर सहमत हो गए हैं, अब से कुछ ही देर में उनकी रिहाई हो सकती है। अमेरिका और कतर की मध्यस्थता के बाद हमास ने 50 विदेशी नागरिकों को रिहा करने की हामी भर दी है, इसके बाद ही रेडक्रॉस टीम साउथ गाजा पहुंच गई है, यह टीम सभी 50 बंधकों को लेकर रफा क्रासिंग से बाहर निकलेगी। खास बात ये है कि रेडक्रॉस टीम जब तक गाजा पट्टी में रहेगी, तब तक इजराइल वहां कोई हमले नहीं करेगा। टीम के गाजा पट्टी में दाखिल होते ही आईडीएफ ने अपने हवाई हमले को पूरी तरह रोक दिया है।