केंद्रीय कैबिनेट द्वारा देश के उन बुजुर्गों के लिए जो 70 साल की उम्र पूरी कर चुके हैं उन्हें 5 लाख तक का मुफ्त इलाज करने के फैसले को मंजूरी दे दी गई है। यह अलग बात है कि उन्हें अभी यह मुफ्त इलाज की सुविधा मिलने में 4 से 6 माह का समय लग सकता है। इस फैसले की अच्छी बात यह है कि हर जाति वर्ग तथा गरीब अमीर सभी बुजुर्ग इस योजना के लाभार्थी होंगे। प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना की तरह केवल गरीबों को ही इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। लेकिन इसके साथ यह भी एक अहम सवाल है कि इस योजना का लाभ 70 साल से अधिक आयु वाले बुजुर्गों को ही क्यों मिलना चाहिए, 60 साल से अधिक आयु वर्ग वाले बुजुर्गों को क्यों नहीं मिलना चाहिए? क्या सरकार 60 साल से अधिक आयु वाले लोगों को बुजुर्ग नहीं मानती है। बीते सालों में सरकार द्वारा देश के सीनियर सिटीजनो के लिए रेल यात्रा में 50 फीसदी की रियायत दी जाती थी लेकिन कोरोना काल के बाद इसे समाप्त कर दिया गया था तर्क दिया गया था कि रेलवे का नेटवर्क कोरोना काल में ठप रहने के कारण रेलवे को जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई के कारण इस सुविधा को बंद कर दिया गया है। अगर रेलवे का घाटा पूरा हो गया हो तो सरकार इसे पूनः शुरू करेगी? सरकार के रवैये से लगता है कि अब वह सीनियर सिटीजन को यात्रा में मिलने वाली इस छूट की सुविधा को दोबारा देना ही नहीं चाहती है। सरकार ने अब जो बुजुर्गों के लिए मुफ्त इलाज की सुविधा देने का फैसला लिया गया है उसमें आयु सीमा को 70 साल के बजाय उस उम्र को रखा जाना चाहिए जो कि सरकारी कर्मचारियों के रिटायरमेंट की उम्र सीमा है जब कर्मचारियों को सरकार 58 या 60 साल में बुजुर्ग मानकर रिटायर कर देती है वह बुजुर्ग ही हो जाते हैं। दरअसल सरकार बीते दिनों से जो भी फैसलें ले रही है उसे जनहितों को ध्यान में रखकर नहीं अपितु राजनीतिक हितों को अधिक ध्यान में रखकर कर रही है इसका एक अन्य उदाहरण पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में लिया गया महिला आरक्षण का फैसला भी है जिसे अभी तक अमल में नहीं लाया जा सका है और न यह तय है कि महिलाओं को वह 33 फीसदी आरक्षण कब तक लागू हो सकेगा। सरकार देश के 80 करोड लोगों को मुफ्त राशन अभी भी दे रही है यह राशन अभी तक इसलिए मिल रहा है क्योंकि सरकार द्वारा चुनाव से पहले इसकी समय सीमा बढ़ाने का काम किया गया। यह अलग बात है कि लोकसभा चुनाव में उन लाभार्थियों ने भी सरकार को वोट नहीं किया जो मुफ्त का राशन अभी तक खा रहे हैं। देश में जो आयुष्मान योजना चल रही है उसका फायदा आम जनता को कम निजी अस्पतालों को अधिक हो रहा है यह सच है सभी जानते हैं। अभी 4—5 राज्यों के चुनाव से पूर्व सरकार द्वारा बुजुर्गों के लिए जो मुफ्त इलाज की योजना लाई जा रही है जिससे 6 करोड लोगों को लाभ मिलने की बात कही जा रही है वह कब लागू होती है तथा इस योजना का कितना लाभ बुजुर्गों और सरकार को मिल पाता है यह तो आने वाला समय ही बताएगा।