रोजगार का अस्थाई जुगाड़

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केंद्र सरकार द्वारा बीते कल जो अग्निपथ योजना लांच की है उसे लेकर सत्ता में बैठे लोग भले ही उसके हजारों फायदे गिना रहे हो लेकिन सही मायने में यह रोजगार का एक अस्थाई जुगाड़ है। 17 साल का युवा अगर अग्निवीर सेना का हिस्सा बन जाता है तो उसके सेवाकाल के 4 साल का जीवन तो सुखद हो जाएगा लेकिन सेवा समाप्ति के बाद तक अपने जीवन काल के सबसे ऊर्जावान 4 साल गंवा चुकेगा और उसके हाथ सिर्फ 10—11 लाख की पूंजी शेष रह जाएगी जो उसे सेवानिवृत्ति पैकेज के रूप में मिलेगी। इस योजना में जिन युवाओं को स्थाई कैडर मिल पाएगा सिर्फ उन्हें ही रोजगार मिल सकेगा। एक और अहम सवाल यह है कि सैन्य ट्रेनिंग के बाद सेवानिवृत्त यह युवा बेरोजगार होने पर अपनी सैन्य दीक्षा का अगर दुरुपयोग करने लगे तो यह समाज के लिए किसी मिस गाइड मिसाइल से कम घातक नहीं होगा। इस 4 साल के रोजगार के चक्कर में उनसे शिक्षा व रोजगार के अन्य अवसर भी उनके हाथों से फिसल जाएंगे सरकार ने यह तो सोच लिया कि उसके पास युवाओं की एक ट्रेंड फोर्स अत्यधिक कम खर्च पर तैयार हो जाएगी जो किसी भी वक्त देश से बाहर और अंदर आपातकाल में काम आएगी लेकिन इन युवाओं का बाकी जीवन भी बेहतर बना रहे इस पर नहीं सोचा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र की भाजपा सरकार बेरोजगारों को नौकरियां देने के मुद्दे पर फिसड्डी साबित हुई है। भले ही विभिन्न क्षेत्रों में लाखों पद खाली पड़े हैं लेकिन सत्ता में भाजपा के आने के बाद इन्हें भरने के प्रयास नहीं किए गए हैं। सरकार कौशल विकास और मेक इन इंडिया तथा स्वरोजगार की बातें तो करती रही है लेकिन आज देश भर में युवाओं की एक फौज खड़ी हो गई है जो बेरोजगार है। गाहे—बगाहे अगर भर्तियां हुई भी तो उनके परिणाम सालों लटके रहे या फिर उनमें धांधली के कारण उन्हें रद्द किया जाता रहा है, सेना में बीते 2 सालों से भर्तियां नहीं हुई है। जिन्हें लेकर युवा आंदोलित है। रेलवे के परीक्षा परिणाम को लेकर युवाओं ने बीते दिनों आंदोलन किया था। सत्ता में बैठे लोग पकोड़ा तलना और बेचना भी रोजगार है जैसी बातें कहकर युवा बेरोजगारों के जख्मों पर नमक छिड़कते रहे हैं। 2024 में अब लोकसभा चुनाव होना है नरेंद्र मोदी अपना 8 साल का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं अब उन्होंने आगामी डेढ़ साल में 10 लाख बेरोजगारों को नौकरी देने की बात ही नहीं की है बल्कि सभी विभागों को जहां भी पद खाली हैं भर्ती करने के निर्देश दिए हैं। बेरोजगारी के मुद्दे पर युवाओं में भारी आक्रोश है यह भाजपा और उसके नेता अच्छी तरह जानते हैं यही कारण है कि इस आक्रोश और गुस्से के दमन के लिए 10 लाख बेरोजगारों को रोजगार देने की बात हो रही है तथा अग्निपथ योजना भी उसी की एक कड़ी है। अग्नि पथ पर चलने के लिए युवाओं को सरकार से जो आमंत्रण मिला है उसे वह कितनी तवज्जो देते हैं समय ही बताएगा लेकिन हम बस यही कह सकते हैं कि ठाले से बेगारगी भली। कुछ न करने से तो बेहतर ही होगा कि युवा अग्निवीर ही बन जाए? क्या पता यह अग्नि पथ आपके जीवन की दशा व दिशा बदल दे।

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