पेयजल व शौचालय तक की व्यवस्था नहीं
अव्यवस्थाओं से यात्रियों को हो रही है परेशानी
देहरादून। चार धाम यात्रा की व्यवस्थाओं को लेकर भले ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बड़े—बड़े दावे कर रहे हो और अपनी व्यवस्थाओं को ही अपना ब्रांड एंबेसडर बता रहे हो लेकिन यात्रा के प्रारंभिक दौर में सरकार की यात्रा व्यवस्थाओं की पोल खुल गई है।
बद्रीनाथ धाम के प्रवेश द्वार जोशीमठ के नरसिंहं मंदिर में स्थित जाने—माने यात्री निवास में यात्रियों के लिए पीने को एक गिलास पानी तक उपलब्ध नहीं है और न ही शौचालय की कोई बेहतर व्यवस्था है। बीते कल बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के दौरान भी यहां तमाम तरह की अव्यवस्थाएं देखने को मिली। यहां चल रहे निर्माण कार्याे के कारण तमाम पुरानी व्यवस्था और रास्ते बदल दिए गए हैं लेकिन यात्रियों को कोई भी रास्ता बताने वाला नहीं है जिसके कारण यात्रियों को इधर—उधर भटकना पड़ रहा है। दावा किया गया था कि जगह—जगह मार्ग संकेत पट लगाये जाएंगे, पुलिस यात्रियों की मदद को तैयार रहेगी लेकिन ऐसी कोई व्यवस्था देखने को नहीं मिली है। पुलिसकर्मी जो यात्रियों की मदद को तैनात किए गए हैं उनके द्वारा भी यात्रियों से अभद्रता करने की शिकायतें भी सामने आई हैं।
अभी केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के दौरान भी धाम में यात्रियों के ठहरने और खाने—पीने की उचित व्यवस्था नहीं हो पाई। जिसके कारण यात्रियों को परेशानियां उठानी पड़ी। उधर यमुनोत्री धाम के जानकीचटृी में कुलियों की भीड़ यात्रियों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई है। केदारनाथ जाने वाले यात्रियों को हैली टिकट की बुकिंग से लेकर रजिस्ट्रेशन तक एक बड़ी समस्या बनी हुई है। यात्रा मार्गों की स्थिति जैसी है वह सभी के सामने हैं तथा इन मार्गों पर यात्री सुविधाओं का भी अभाव है। जिसके कारण यात्रियों को असुविधा हो रही है।