- प्रचार को नई ऊंचाई पर ले जाने की योजना
- बागियोंं से निपटने की रणनीति में भी बदलाव
देहरादून। निकाय चुनाव में अपनी एक तरफा जीत सुनिश्चित करने के लिए भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंकने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। भाजपा बहुत जल्द लोकसभा और विधानसभा और चुनावों की तर्ज पर अपने शीर्ष नेताओं की स्टार प्रचारक टीम का ऐलान करने वाली है। जिसमें मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री और सांसदों के नाम शामिल होंगे तथा इस 40 सदस्यीय स्टार प्रचारकों की टीम के हर सदस्य को एक क्षेत्र विशेष की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
निकाय चुनाव में पहली बार ऐसा करके भाजपा जिला पंचायत चुनाव और इसके बाद होने वाले 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए मजबूत आधार तैयार करने की योजना बना रही है। भाजपा को इस प्रयोग का कितना फायदा होगा यह तो समय ही बताएगा लेकिन 11 जनवरी से इन स्टार प्रचारकों को मैदान में उतारने की तैयारी की जा रही है। जवाब में कांग्रेस ने भी 40 स्टार प्रचारकों कोे प्रचार में उतारा है। भाजपा इन स्टार प्रचारकों के माध्यम से निकाय चुनाव प्रचार को इतना हाईअप ले जाने की रणनीति बना रही है जहां प्रतिद्वंदियों को यह लगने लगे कि वह तो कहीं मुकाबले में दिखाई ही नहीं दे रहे हैं। विपक्षियों की आवाज इस शोर में सुनाई न दे और चुनाव से पूर्व ही उनका मनोबल तोड़ दिया जाए।
भाजपा ने पार्टी प्रत्याशियों के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंकने वालों के खिलाफ कार्यवाही की रणनीति में बदलाव किया है। प्रदेश अध्यक्ष ने पहले नामांकन पत्र वापसी की तारीख के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की बात कही थी लेकिन अभी तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जबकि भाजपा में इन बागियों की संख्या 200 से भी अधिक है। प्रदेश नेतृत्व की सोच है कि अगर बीच चुनाव में इन बागियों पर कोई कार्रवाई की तो वह भाजपा के लिए बैकफायर भी सिद्ध हो सकता है इसलिए इसे अभी चुनावी नतीजों के बाद के लिए टाल दिया गया है। बीते दो चुनावों में अपना दबदबा कायम रखने वाली भाजपा के लिए इस बार भी उम्मीद है कि उसका प्रदर्शन बेहतर रहेगा।




