कांग्रेस में सभी का स्वागत, षड्यंत्र के सूत्रधारी की नो एंट्री
उत्तराखण्ड में तीसरी पार्टी के लिए कोई स्पेस नहीं
देहरादून। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत का कहना है कि भाजपा ने नर्वस होकर मुख्यमंत्रियों को बदला है। उत्तराखंड सरकार की इस नाकामी को कौन नहीं जानता है सरकार भले ही कुछ भी दावे करें लेकिन भाजपा के शासनकाल में बेरोजगारी और पलायन ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।
आज हरिद्वार में एक सम्मेलन में भाग लेते हुए पूर्व सीएम हरीश रावत ने दावा किया कि उन्होंने अपने कार्यकाल में सर्वकालिक रिकॉर्ड 3 साल में 32 हजार नौकरियां दी। जबकि भाजपा की वर्तमान सरकार ने जब सत्ता संभाली थी तब राज्य की बेरोजगारी दर 1.5 फीस दी थी जो अब 8.0 फीसदी से अधिक है। उन्होंने दावा किया कि उनके कार्यकाल में राज्य में सबसे सस्ती बिजली और 24 घंटे बिजली दी गयी। उन्होंने दावा किया कि अगर राज्य में कांग्रेस की सरकार बनती है तो एक साल के अंदर सभी सरकारी विभागों में खाली पड़े पदों को भर दिया जाएगा तथा हर साल दस हजार रोजगार के अवसर सर्जित किए जाएंगे।
दलित सीएम के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह उनके मन की भावना है यशपाल आर्य के कांग्रेस में आने से ईश्वर के रजिस्टर में यह दर्ज हो गया है आगे ऊपर वाले की इच्छा है। बागियों की वापसी के सवाल पर हरीश रावत का कहना था कि लोकतंत्र में 2016 के इस महापाप के षड्यंत्र कर्ताओं के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी। बाकी सभी के लिए कांग्रेस के दरवाजे खुले हैं। जो उनके बहकावे में आकर उनके साथ चले गए थे वह अगर अपनी गलती मान लेते हैं तो उनका स्वागत है। उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे लोग भी हैं जो सोचते हैं कि इधर सत्ता की मलाई खा ली अब इधर तो संभावना नहीं है चलो उधर चलते हैं ऐसे लोगों से कांग्रेस को सतर्क रहना है। हरीश रावत ने आप के बारे में कहा कि आप के नेताओं को उत्तराखंड के बारे में कोई जानकारी नहीं है यहां हरिद्वार को जानने के लिए भी पहले हरिद्वारी लाल बनना पड़ता है उन्होंने कहा कि राज्य में तीसरी पार्टी के लिए कोई स्पेस नहीं है आप तो वोट कटवा पार्टी है आप को पता है कि वह यहां चुनाव नहीं जीत सकती बस राष्ट्रीय पार्टी बनने के लिए चुनाव लड़ रही है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि दो दो जगह से चुनाव हारने के बाद जो आप मेरे आत्मविश्वास की बात कर रहे हैं अटल बिहारी बाजपेई जी तीन बार बुरी तरह से चुनाव हारे थे तो क्या हार से उनका आत्मविश्वास खत्म हो गया था। राज्य में कराए गए 6 सर्वे में हरीश रावत अभी मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर पहली पसंद है।