May 1, 2024हरिद्वार। गौवंशीय पशुओं की तस्करी कर रहे पांच लोगों को गौ स्क्वाड व पुलिस ने सयंुक्त कार्यवाही कर गिरफ्तार कर लिया है। जिनके कब्जे से पांच जिन्दा गांैवशीय पशु , भारी मात्रा में गौमांस व गौकशी में प्रयुक्त उपकरण भी बरामद किये गये है।जानकारी के अनुसार बीती रात उत्तराखंड गौ स्क्वायड गढ़वाल परिक्षेत्र हरिद्वार की टीम को सूचना मिली कि फुरकान एवं सनव्वर पुत्र खलील निवासी ग्राम खाताखेडी के घर पर गौकशी की जा रही है। सूचना पर गौ स्क्वायड द्वारा मामले की सूचना थाना झबरेड़ा पुलिस को दी गयी। जिसके बाद गौ स्क्वायड व पुलिस द्वारा आरोपियों के घरों में अलग—अलग दबिश दी गयी व मौके पर गौकशी करते हुए पांच आरोपियों कुर्बान पुत्र खलील, सनव्वर पुत्र खलील, तसव्वर पुत्र खलील, लुकमान पुत्र गुफरान व साजिद उर्फ टोला पुत्र सकूर मौके पर पकडा गया। मौके से लगभग 6 कुंतल गौमांस मय गौकशी उपकरण, गौमांस परिवहन हेतु प्रयुक्त की जाने वाले 6 मोटरसाइकिल बरामद की गई। साथ ही 5 जीवित गौवंशीय पशुओं (4 गाय 1 बछिया) को गौकशी से पूर्व ही बचा लिया गया। मौके से बरामद खाल/मांस के पशु चिकित्साधिकारी द्वारा प्रयोगशाला परीक्षण हेतु सैम्पल लिये गये। बरामद गौमांस घटनास्थल से बाहर खाली स्थान पर उचित अम्लीय छिडकाव कर नष्ट किया गया। हालांकि इस दौरान मची अफरा तफरी का फायदा उठाते हुए एक आरोपी मौेके से फरार होने में सफल रहा जिसकी तलाश जारी है।
May 1, 2024घटना में प्रयुक्त पिस्टल बरामद उधमसिंह नगर। बाजपुर में खनन मामले को लेकर हुए फायरिंग प्रकरण में पुलिस ने दो और आरापियों को गिरफ्तार कर लिया है। जिनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त पिस्टल भी बरामद की गयी है। मामले में तीन आरोपी पूर्व में ही गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके है।विदित हो कि 28 अप्रैल को बन्नाखेड़ा बाजपुर में खनन मामले को लेकर हुए फायरिंग प्रकरण में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जबकि अन्य की तलाश जारी थी। जिसमें पुलिस को बीती रात सफलता मिली। घटना मे ंशामिल दो अन्य लोगों को पुलिस ने घटना में प्रयुक्त पिस्टल सहित गिरफ्तार कर लिया है। जिनके नाम गुरपेज सिंह पुत्र निछत्तर सिंह निवासी जगतपुर कुण्डेश्वरी थाना काशीपुर उधमसिंह नगर व शुभम जोशी उर्फ अण्डा पुत्र कैलाश जोशी निवासी बंगाली कालोनी कुण्डेश्वरी थाना काशीपुर उधमसिह नगर को बन्नाखेडा क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है। जिसमें आरोपी शुभम जोशी के कब्जे से घटना में प्रयुत्तQ 1 पिस्टल 32 बोर भी बरामद किया गया है। जिन्हे न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
May 1, 2024पाप का घड़ा जब भर जाता है तो उसका फूटना तय होता है भले ही पाप कर्म करने वाला कितना भी शक्तिशाली और प्रभावशाली क्यों न हो उसके जीवन भर की कमाई इज्जत और शोहरत एक पल में धूल में मिल जाती है। लोकसभा चुनाव के मध्य पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा का परिवार इसका सबसे ताजा उदाहरण है। जिनके पुत्र और पोते के कारनामों की चर्चा पूरे देश और दुनिया में हो रही है। कर्नाटक के सबसे प्रभावशाली इस राजनीतिक परिवार के सेक्स स्कैंडल ने कर्नाटक ही नहीं देश की राजनीति में भूचाल ला दिया है। खास बात यह है कि इस सेक्स स्कैंडल जिसे लेकर संासद प्रज्वल रेवन्ना और उसके पिता के खिलाफ एफआइआर दर्ज हो गई उसके कारनामों की जानकारी होने के बाद भी भाजपा ने उसे न सिर्फ टिकट दिया बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद उसके लिए चुनाव प्रचार करने गए। अब जब प्रज्वल की एक पेन ड्राइव से ढाई हजार से अधिक अश्लील वीडियो सामने आ चुके है और उन्हें पार्टी से निष्कासित किया जा चुका है वह देश से भाग चुका है। कर्नाटक के इस सेक्स स्कैंडल को निठारी कांड से बड़ा और देश का अब तक का सबसे बड़ा सेक्स स्कैंडल बताया जा रहा है। इस पर पीएम और भाजपा को भी जवाब देते हुए नहीं बन रहा है। एनडीए पर अब यह सवाल उठाए जा रहे हैं कि उसने 400 पार जाने के लिए सब कुछ पता होते हुए भी न सिर्फ प्रज्वल को अपना प्रत्याशी बनाया बल्कि भाजपा कार्यकर्ताओं पर उसके लिए प्रचार करने और जिताने के लिए भारी दबाव बनाया गया। कर्नाटक की इस पूरी कलंक कथा का जब भांडा फूट गया है तो इस कांड के अश्लील वीडियो वायरल करने के लिए कांग्रेस को कटघरे में खड़ा किया जा रहा है। लेकिन इसका भांडा कैसे फूटा इसका रेवन्ना का वह ड्राइवर अब सबको बता रहा है उसने ही भाजपा के एक नेता को वह पेन ड्राइव दी थी और इसके पीछे देवगौड़ा परिवार द्वारा उसकी जमीन हड़प लेने व मारपीट किया जाना था। जिसका केस अदालत में चल रहा है वर्तमान लोकसभा चुनाव शुरू होने से लेकर अब तक हर रोज कोई न कोई ऐसा मामला सामने आ रहा है जो एनडीए व भाजपा पर भारी पड़ता जा रहा है। कर्नाटक की यह कलंक कथा भले ही दो चरणों के मतदान संपन्न होने के बाद सामने आई हो लेकिन अभी भी पांच चरणों का चुनाव बाकी है। तथा अभी आधी से अधिक सीटों पर चुनाव होना बाकी है जिसमें उत्तर प्रदेश की 50 से अधिक सीटें भी शामिल है। अब भले ही सत्ता समर्थक मीडिया व भाजपा के नेताओं द्वारा इसे लेकर ढकने ढकाने की लाख कोशिश की जाए लेकिन चुनाव पर इसका प्रभाव पढ़ने से नहीं रोका जा सकता है। इस बड़े सेक्स स्कैंडल के सामने आने के बाद जहां कर्नाटक में भारी विरोध प्रदर्शनों का दौर शुरू हो गया है वहीं अन्य उन तमाम राज्यों जहां अभी भी चुनाव होने हैं तमाम राजनीतिक दलों के नेता और कार्यकर्ता अब सड़कों पर उतर चुके हैं। यही नहीं इसे लेकर खुद भाजपा के कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। जो कार्यकर्ता दिन—रात पार्टी के काम करने वाले हैं उनकी अनदेखी कर रेवन्ना जैसे लोगों को विरोध के बावजूद भी टिकट दिए जाने से यह कार्यकर्ता नाराज है। जिसका असर भाजपा और एनडीए पर पड़ना तय है। पहले चरण के मतदान के बाद वैसे ही भाजपा को कोई सकारात्मक रुझान नहीं मिल रहे थे। अब यह एक और बड़ी समस्या उनके सामने खड़ी हो गई है। महिला रेसलर यौन उत्पीड़न के आरोपी को टिकट देने से बच रही भाजपा अब प्रज्वल सेक्स स्कैंडल की लपटों से घिर गई है। देखना होगा कि क्या वह इसका कोई तोड़ ढूंढ पाती है या नहीं।
May 1, 2024लखनऊ। लोकसभा चुनाव 2024 का मतदान जैसे-जैसे अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच रहा है, वैसे-वैसे सभी दल एक-दूसरे पर राजनीतिक का करारा प्रहार बोलने से नहीं चूक रहे हैं। वहीं अब विपक्ष ने कोविडशील्ड वैक्सीन को चुनावी मुद्दा बना लिया है जिसके चलते समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव अपनी जनसभा में भारतीय जनता पार्टी पर आम लोगों की जिंदगी का सौदा करने का आरोप तक लगा रहे हैं। वहीं सोशल मीडिया पर भी कोविशील्ड वैक्सीन का मुद्दा चुनावी मुद्दा बन चुका है। इसी के चलते समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया के अपने X अकाउंट पर बयान जारी करते हुए भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है। अखिलेश ने कहा है कि एक व्यक्ति को 2 वैक्सीन के हिसाब से लगभग 80 करोड़ भारतीयों को कोविशील्ड वैक्सीन दी गई है। इस बारे में उसका मूल फॉर्मूला बनाने वाली कंपनी ने कहा है कि इससे हार्ट अटैक यानी हृदयाघात का खतरा हो सकता है। उन्होंने कहा कि लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करने वालों को जनता कभी माफ नहीं करेगी। ऐसी जानलेवा दवाइयों को अनुमति देना किसी की हत्या के षड्यंत्र के बराबर है और इसके लिए जिम्मेदार सभी पर आपराधिक मुकदमा चलना चाहिए। सत्ताधारी दल ने वैक्सीन बनाने वाली कंपनी से राजनीतिक चंदा वसूलकर जनता की जान की बाजी लगाई है। न कानून कभी उन्हें माफ करेगा, न जनता। इस मामले में सर्वोच्च स्तर पर न्यायिक जांच हो।
May 1, 2024इंफाल। मणिपुर के बिष्णुपुर जिले में महिलाओं के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों के एक बड़े समूह ने भारतीय सेना को घेरकर रोका और अपने 11 उपद्रवियों साथियों को जबरन रिहा करवाए। मणिपुर पुलिस ने कहा है कि, मंगलवार (30 अप्रैल) को बिष्णुपुर जिले में मैतेई महिला प्रदर्शनकारियों ने सेना के जवानों को बीच रास्ते में रोक लिया था और 11 उपद्रवियों को हथियारों और गोला-बारूद के साथ हिरासत में लेने के बाद जबरदस्ती रिहा करवाया। मणिपुर पुलिस ने कहा कि, गश्त के दौरान, भारतीय सेना की महार रेजिमेंट की एक टुकड़ी ने पुलिस की वर्दी पहने सशस्त्र बदमाशों को रोका और हिरासत में लिया। उन्होंने बताया, जब सेना कुंबी इलाके में गश्त कर रही थी, तब उन्होंने दो एसयूवी को रोका। सेना के जवानों को देखकर दोनों वाहनों में सवार लोग अपने हथियार छोड़कर भाग गए। थे। मणिपुर पुलिस ने कहा कि महार रेजिमेंट के सैनिकों ने तीन एके राइफल (7 मैगजीन और 210 गोला-बारूद), पांच इंसास (13 मैगजीन और 260 गोला-बारूद), दो एसएलआर (9 मैगजीन और 180 गोला-बारूद, दो हैंड ग्रेनेड और बुलेटप्रूफ जैकेट और अन्य सामान जब्त किए थे। मणिपुर पुलिस ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी है कि, ”जैसे ही सेना के जवान ने राइफल, गोला-बारूद बरामद किए…कुछ देर बाद ही ‘मीरा पैबिस’ यानी मैतेई महिलाओं के एक समूह ने सुरक्षा बलों की आवाजाही को रोकने के लिए सड़क जाम कर दिए। सेना द्वारा स्थिति बिगड़ने की सूचना मिलने पर जिला पुलिस मौके पर पहुंची। पहुंचने पर, सेना के जवानों ने बताया कि उन्होंने काफी कोशिश की, इसके बावजूद महिलाओं को शांत करने के लिए 11 लोगों को रिहा करने पड़े।”
May 1, 2024स्कूलों को बम से उड़ने की धमकी, तमाम स्कूल बंद सुबह 4 से 5 बजे के बीच एक साथ भेजा मैसेजपुलिस प्रशासन में हड़कंप, छानबीन जारीएक ही आईपी एड्रेस से विदेशी साइबर से आया मैसेज नई दिल्ली। आज की सुबह दिल्ली वासियों के लिए एक नई मुसीबत लेकर आई। राजधानी दिल्ली और एनसीआर के लगभग सौ स्कूलों का स्टाफ जैसे ही स्कूल पहुंचा तो ईमेल के जरिए आए एक मैसेज जिसमें स्कूल में अत्याधुनिक डिवाइस सेट करने की बात कहते हुए बम से उड़ने की धमकी दी गई थी, को पढ़ने ही हड़कम मच गया। दिल्ली पुलिस के सभी मुख्यालयाें में अलग—अलग स्कूलों द्वारा 7 से 8 बजे के बीच सूचनाएं दिए जाने से पूरे पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया।सूचना मिलते ही राजधानी की पूरी पुलिस फोर्स लाव—लश्कर के साथ इन स्कूलों की ओर दौड़ लगाती दिखी। अभी बच्चे स्कूल पहुंचे ही थे कि उन्हें बिना किसी पैनिक के किसी तरह से अपने—अपने घर भेजना शुरू कर दिया गया जिन बच्चों के अभिभावक बच्चों को खुद छोड़ने आते थे उन्हें भी फोन कर बुलाया गया और बच्चों को सुरक्षित उनके हवाले कर दिया गया। जिसके बाद मौके पर बम निरोधक दस्ते और अग्निशमन के पुख्ता इंतजाम कर स्कूलों के चप्पे—चप्पे की तलाशी शुरू की गई जो समाचार लिखे जाने तक जारी थी।प्रारंभिक दौर में 6 स्कूलों से ऐसी सूचनाओं मिली लेकिन 1 घंटे के अंदर ही यह स्कूलों की संख्या 6 से बढ़कर 60 तक पहुंच गई। वही एनसीआर और गाजियाबाद तक के स्कूल भी इसकी चपेट में आ गए। इन स्कूलों की पूरी तलाशी लेने में पुलिस महकमें की भी सांसें फूल गई। क्योंकि मामला बच्चों की सुरक्षा से जुड़ा था और इसका दायरा पूरी दिल्ली व एनसीआर तक फैला था दोपहर तक पूरा पुलिस महकमा जब अधिकांश स्कूलों की जांच कर चुका था तब गृह मंत्रालय द्वारा भी इसे एक अफवाह बताते हुए कहा गया कि घबराने की कोई बात नहीं है।लेकिन इसके बीच भी इस घटना को मामूली बात कहकर नहीं टाला जा सकता है। इसकी तीन स्तरों पर जांच की जा रही है। अभी तक सिर्फ इतना पता चला है कि यह ईमेल एक ही आईपी एड्रेस व एक ही साइबर सेंटर से भेजे गए हैं तथा इसको विदेश से भेजा गया है। जिस साइबर सेंटर से इसे भेजने की बात सामने आ रही है वह रूस में बताया जा रहा है लेकिन यह अभी प्रारंभिक जानकारियां है।