देहरादून। रेस्टोरेंट में आगजनी करने वाले तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर उनको न्यायालय में पेश किया जहां से उनको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार राहुल निवासी मेहूवाला विकासनगर द्वारा कोतवाली विकासनगर में प्रार्थना पत्र दिया कि उनका मेहूवाला विकासनगर में आनन्द वाटिका नाम से रेस्टोरेंट है, जहां होली के दिन कुछ लोगो की रेस्टोरेंट में पार्टी के दौरान नौक—झौंक हो गई, जिस पर रेस्टोरेंट मालिक द्वारा पुलिस को सूचना दी, सूचना प्राप्त होने पर पुलिस द्वारा मौके पर पंहुचकर दोनों पक्षों को समझा कर रेस्टोरेंट खाली कराया गया तथा रेस्टोंरेंट पर ताला लगवाकर बन्द करा दिया गया था। करीब 20 मिनट पश्चात करीब 20—25 लोग रेस्टोरेंट पर आये व रेस्टोरेंट में तोडफोड व आगजनी की घटना को अजांम दिया गया। सूचना प्राप्त होने पर थाना पुलिस एवं फायर सर्विस मौके पर पंहुची, किन्तु रेस्टोरेंट फूस का होने एवं तेज हवा चलने के कारण आग पर काबू नहीं पाया जा सका। उक्त आगजनी की घटना से रेस्टोरेटं में रखे बर्तन, गैस सेलेण्डर तथा एक पुरानी मोटारसाईकिल नष्ट हो गई थी। घटना के पश्चात वादी द्वारा दी गई लिखित तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया। घटना की संवेदनशीलता के दृष्टिगत प्रभारी निरीक्षक, विकासनगर द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु टीम गठित की गई। जांच के दौरान प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर घटना में नामजद 02 आरोपी सागर पुत्र मोहन सिंह, निवासी ग्राम फतेहपुर ग्राण्ट हरबर्टपुर विकासनगर तथा दिनेश सिंह बिष्ट पुत्र नरसिंह, निवासी ग्राम सीतलाखेत तहसील रानीखेत जिला अल्मोड़ा, हाल किरायेदार ग्राम जस्सोवाला के अतिरिक्त अंकुश पुत्र ओमपाल निवासी जस्सोवाला, आयुष उर्फ गोलू पुत्र अशोक कुमार निवासी फतेहपुर ग्रान्ट थाना सहसपुर, तथा राहुल उर्फ हन्नी निवासी फतेहपुर ग्रान्ट थाना सहसपुर का नाम प्रकाश में आया। जिनकी गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीम द्वारा आरोपियों के सम्बंध में जानकारियां एकत्रित की गई तथा देर रात्री घटना में शामिल सागर पुत्र मोहन सिंह, दिनेश सिंह बिष्ट पुत्र नरसिंह, अंकुश कटारिया पुत्र ओमपाल को स्थान ढालीपुर, आरटीओ कार्यालय के समीप आसन बैराज की ओर से गिरफ्तार किया गया। रेस्ट्रोरेंट मालिक द्वारा पुलिस को बुलाने व उनको होली न मनाने देने पर उनके द्वारा रेस्ट्रोरेंट मालिक को सबक सिखाने की योजना बनायी और कुछ समय पश्चात अपने साथियों के साथ रेस्टोरेंट में पहुंचे तथा वहां तोड—फोड करते हुए रेस्ट्रोंरेंट में आग लगा दी। रेस्ट्रोरेंट का फूस का बना होने के कारण पूरे रेस्ट्रोरेंट में आग लग गयी। जिससे पूरा रेस्टोरेंट जल गया। जिसके पश्चात सभी मौके से फरार हो गये। पुलिस ने सभी को न्यायालय में पेश किया जहां से उनको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।