देहरादून/दिल्ली। भले ही केंद्र सरकार द्वारा कश्मीर में अमन—बहाली और आतंकवादियों व पत्थरबाजों का खेल खत्म होने के दावे किए जाएं लेकिन अभी भी जम्मू—कश्मीर में भय का वातावरण समाप्त होता नहीं दिख रहा है।
कश्मीर से पलायन कर चुके लोग जहां कश्मीर वापसी की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं वहीं केंद्र सरकार द्वारा धारा 370 समाप्त किए जाने के बाद भूमि खरीद—फरोख्त के नियम कानून के आसान होने के बावजूद भी लोग जम्मू कश्मीर में जमीनें खरीदने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। संसद में गृह राज्य मंत्री द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार बीते 2 साल में सिर्फ दो लोगों ने ही यहंा जमीन खरीदी है। जबकि यहां भूमि क्रय विक्रय संबंधी कानून पहले से काफी सरल बना दिए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार द्वारा अगस्त 2019 में जम्मू कश्मीर से धारा 370 को समाप्त कर दिया गया था। इन 2 सालों में जम्मू कश्मीर में कितने लोगों ने जमीन खरीदी? इस सवाल का जवाब देते हुए गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बताया है कि जमीन खरीदने वाले सिर्फ दो लोग ही हैं जो यह बताता है कि लोगों में अभी भय और आतंक का माहौल बरकरार है।