देहरादून। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे की खबर मिलने के बाद से कुछ मुस्लिम नेता और संगठनों द्वारा न सिर्फ तालिबानियों की तारीफ में कसीदे पढ़े जा रहे हैं बल्कि उनके द्वारा अफगानिस्तान में हुए तख्तापलट की घटना को भारत के स्वतंत्रता आंदोलन से तुलना की जा रही है। जिसे लेकर आम लोगों में भारी आक्रोश है। वही ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई की मांग भी की जा रही है।
यूपी के संभल से सपा सांसद शफीकुर्रहमान वर्क ने अपने एक बयान में तालिबानियों को उनकी सफलता के लिए बधाई देते हुए कहा गया है कि वह अफगानिस्तान को आजादी दिलाने वाले तालिबान को सलाम करते हैं। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि उनके द्वारा न सिर्फ तालिबान की यह कहकर तारीफ की गई थी कि जो कौम के लिए मर मिटते हैं इतिहास उन्हें हमेशा याद रखता है। यही नहीं उनके द्वारा तालिबानियों के संघर्ष की तुलना भारत के स्वतंत्रता संग्राम से की गई थी। उधर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता सज्जाद गुमानी द्वारा भी तालिबान को बधाई देते हुए उनकी तारीफ में कसीदे पढ़े गए हैं। इससे पूर्व देवबंद से कुछ लोगों द्वारा तालिबान के पक्ष में बयान दिए गए थे।
उल्लेखनीय है कि देश भर में कुछ मुस्लिम नेताओं द्वारा जिस तरह से तालिबान के समर्थन में बयानबाजियंा की जा रही है वह अत्यंत ही चिंताजनक है। इस पर संघ के कुछ नेताओं की तीखी प्रतिक्रियाएं आई है वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में सपा सांसद वर्क के बयान की कड़ी निंदा की है।
तालिबान के समर्थक वर्क के खिलाफ उत्तर प्रदेश के संभल में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के भाजपा उपाध्यक्ष राजेश सिंघल ने मुकदमा दर्ज कराया गया है। संभल के एसएसपी ने बताया है कि वर्क के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया है तथा उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 153 ए व 295 में मामला दर्ज किया गया है। तालिबान के समर्थन में जिस तरह की बयानबाजी हो रही है वह न सिर्फ चिंताजनक है बल्कि देश के अंदर रहने वाले देश के दुश्मनों से सतर्क करती है।