देहरादून। बिजली कर्मचारियों की हड़ताल के पहले दिन ही राजधानी दून में बिजली गुल हो जाने से लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। हड़ताल अनिश्चितकालीन है इसलिए संकट के लम्बा चलने की संभावनाएं है।
अपनी 14 सूत्रीय मांगों को लेकर लम्बे समय से संघर्ष कर रहे बिजली कर्मचारियों ने बीते कल शाम ऊर्जा सचिव व मुख्य सचिव से हुई दो दौर की वार्ता के बेनतीजा रहने पर राज्य के दस संगठनों से जुड़े 350 बिजली कर्मचारी बीती रात 12 बजे से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये है। जिसका असर आज सुबह होते ही राजधानी दून में दिखायी देने लगा था। राजधानी की हृदयस्थली कहे जाने वाले घंटाघर क्षेत्र में आज सुबह से ही बिजली गुल है जिसके कारण दुकानदार और व्यापारी खासे परेशान है।
राजधानी दून के कई हिस्सों में आज बिजली गुल होते देखी गयी। पल्टन बाजार, मोती बाजार सहित पूरे क्षेत्र में बिजली सुबह से नहीं है। घंटाघर क्षेत्र में शाम तीन बजे समाचार लिखे जाने तक बिजली नहीं आयी थी। उधर दोपहर बाद डालनवाला, सुभाष रोड और हाथी बड़कला क्षेत्र में भी बिजली गुल हो गयी। कैंट क्षेत्र से प्राप्त समाचार के अनुसार यहंा भी आज सुबह दस बजे से बिजली गायब हो गयी है। राजधानी के कई क्षेत्रों में रात से ही बिजली नहीं आने की सूचनाएं मिल रही है। दिलाराम तथा डालनवाला व करनपुर में भी बिजली नहीं आ रही है। खास बात यह है कि क्षेत्र के लोगों को यह भी पता नहीं चल पा रहा है कि बिजली जाने का कारण क्या है और आपूर्ति न होने से कई क्षेत्रों में आज सुबह पानी की सप्लाई भी बाधित हो गयी है।
एक तरफ मानसूनी आफत और दूसरी तरफ बिजली आपूर्ति बाधित होने से लोगों की परेशानी दो गुना बढ़ गयी है। दिन में अगर लोग किसी तरह रह भी लें लेकिन रात में अगर इस तरह बिजली गुल रही तो यह मुश्किलें और भी बढ़ जायेंगी।
भले ही शासन—प्रशासन के स्तर पर बिजली कर्मचारियों की हड़ताल के मद्देनजर वैकल्पिक व्यवस्था करने की बात कही गयी है। लेकिन आज इसका कोई प्रभाव कहीं नहीं दिखा। दिन भर शहर में जेनरेटर्स के सहारे काम काज होता रहा लेकिन बिजली कर्मियों की हड़ताल लम्बी खिंचती है तो यह संकट अत्यंत ही गम्भीर हो जायेगा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बिजली कर्मचारियों की हड़ताल खत्म हो गई है।