नई दिल्ली। ईरान में उस महिला के अंतिम संस्कार में भारी विरोध प्रदर्शन हुआ है जिन्हें धार्मिक मामलों की पुलिस ने गिरफ़्तार किया था और बाद में उसकी मौत हो गई थी। अमीनी को मंगलवार को धार्मिक मामलों की पुलिस ने गिरफ़्तार किया था। उन पर आरोप था कि उन्होंने सिर को ढंकने के एक सख़्त ड्रेस कोड का पालन नहीं किया था। चश्मदीदों का कहना है कि तेहरान में अमीनी की गिरफ़्तारी के बाद उन्हें वैन में पीटा गया था लेकिन पुलिस ने इन आरोपों का खंडन किया है।
अमीनी के अंतिम संस्कार के समय कथित तौर पर कुछ महिलाओं ने विरोध स्वरूप अपने हिजाब उतार दिए जबकि ईरान में हिजाब पहनना अनिवार्य है। सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो वायरल हो रहे हैं जिनमें प्रदर्शनकारी ‘तानाशाह मुर्दाबाद’ के नारे लगा रहे हैं और बाद में पुलिस भीड़ पर गोलियां चला रही है।
रिपोर्ट्स में कहा गया है कि इस मौत पर विरोध जताने के लिए कुछ ग़ुस्साए प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय गवर्नर के दफ़्तर तक मार्च भी किया। अमीनी की क़ब्र पर लगे पत्थर की एक फ़ोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिस पर लिखा है, आप मरी नहीं हैं। आपका नाम एक कोड (रैली बुलाने का) रहेगा।