देहरादून। कुमांऊ रेंज में 22 जुलाई की रात हुई टाइगर की खाल बरामदगी के मामले में एसटीएफ द्वारा बड़ी कार्यवाही करते हुए उक्त टाइगर के मुख्य शिकारी को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले में खाल की तस्करी करने वाले चार आरोपियों को एसटीएफ पूर्व में ही टाइगर की खाल व हड्डियों सहित गिरफ्तार कर चुकी है।
एसटीएफ कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार बीती 22 जुलाई की रात एसटीएफ, वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो दिल्ली व तराई पूर्वी वन प्रभाग हल्द्वानी एसओजी की संयुक्त टीम ने एक सूचना के तहत खटीमा क्षेत्र में कार्यवाही करते हुए 4 शातिर वन्यजीव तस्करों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से एक टाइगर(बाघ) की खाल व करीब 15 किग्रा बाघ की हड्डियंा बरामद की थी। गिरफ्तार चारों तस्कर जनपद पिथौरागढ़ स्थित धारचूला के रहने वाले थे। चारों तस्करों ने पूछताछ में बताया था कि उक्त खाल व हड्डियाँ वह लोग काशीपुर से एक व्यक्ति से लाये हैं जो कि देहरादून का रहने वाला है वो ही मुख्य शिकारी है उसने ही टाइगर को मारा है।
सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए एसटीएफ व तराई पूर्वी वन प्रभाग, हल्द्वानी की एक संयुक्त टीम का द्वारा मुख्य शिकारी की तलाश में छापेमारी की गयी। संयुक्त टीम द्वारा जिसे कल रात काशीपुर मण्डी चौकी क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया है। जिसने पूछताछ में अपना नाम अर्जुन सिंह निवासी रिस्पना, नेहरु कालोनी जनपद देहरादून बताया। बताया कि उसने ही बड़ापुर रेंज बिजनौर के जंगल में 2 माह पहले इस टाइगर को जहर देकर मारा था, फिर उसकी खाल व हड्डियों को निकालकर रख लिया था। उन्हीं खाल—हड्डियों को मैने गिरफ्तार चार लोगों को बेचने के लिए दिया था। जो कल खटीमा में माल के साथ पकड़ गये थे।
एसटीएफ के अनुसार गिरफ्तार शिकारी अर्जुन सिंह एक शातिर वन्यजीव पोचर है, जिसके खिलाफ पूर्व में भी वाइल्ड लाइफ एक्ट के कई मुकदमें विभिन्न जगहों में दर्ज हैं।