नहीं थम रहे प्रदर्शन, लोगों को संदेह कहीं बच न जाए आरोपी
देहरादून। भले ही अंकिता भंडारी के पार्थिव शरीर को रविवार की शाम में चिता की आग राख बना चुकी हो लेकिन इस आग से अभी पूरा पहाड़ सुलग रहा है। जगह—जगह इस बड़े जुल्म व जुर्म के खिलाफ धरने—प्रदर्शन व चक्का जाम और बाजार बंदी का क्रम अभी तक जारी है। दरअसल पहाड़ के लोगों को अपनी बेटी को खोने का गम और गुस्सा तो एक वजह है ही इसके साथ ही उन्हें इस बात की आशंका भी है की सत्ताधारी दल के नेताओं से जुड़े इस मामले को कहीं रफा—दफा न कर दिया जाए और आरोपी बिना सजा पाए ही बरी न हो जाए।
इस घटना को लेकर आज भी जनपद चमोली के जोशीमठ में स्थानीय लोगों और व्यापारियों में भारी आक्रोश देखने को मिला। व्यापारियों ने आज यहां बाजार बंद रखा और स्थानीय नेताओं और नागरिकों ने बदरीनाथ हाइवे पर घंटों तक जाम लगा कर रखा, जिससे बद्रीनाथ जाने आने वाले यात्रियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
उल्लेखनीय है कि बीते कल गोपेश्वर में स्थानीय व्यापारियों ने बाजार बंद रखा था तथा हाईवे पर जाम लगा दिया था। सभासद अमित सती का कहना है कि पहाड़ की बेटी के साथ जो जघन्य अपराध हुआ है उसके लिए दोषियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए लेकिन जिस तरह जांच के पहले ही साक्ष्य मिटाने की बात सामने आ रही है तथा आरोपियों के सत्ता पक्ष से रसूख बताए जा रहे हैं लोगों को संदेह है कि आरोपी बच कर निकल सकते हैं। लोगों का कहना है कि वह अपनी बेटी के लिए इंसाफ की लंबी लड़ाई लड़ेंगे।