कपूरथला । पंजाब के कपूरथला के गुरुद्वारा अकाल बूंगा में निहंग सिखों और पुलिस अधिकारियों के बीच झड़प हो गई। जिसमें एक पुलिसकर्मी कांस्टेबल की मौत हो गई है और पांच अन्य पुलिसकर्मी घायल बताए जा रहे हैं। इस घटना के बाद कपूरथला का माहौल तनाव में है। कपूरथला के सुल्तानपुर लोधी गुरुद्वारा श्री अकाल बूंगा के संचालन और स्वामित्व को लेकर ये पूरा विवाद हुआ है। यह घटना तब हुई जब गुरुद्वारा के स्वामित्व को लेकर दो निहंग समूहों के बीच चल रहे विवाद के बीच पुलिस कथित तौर पर परिसर को खाली कराने के लिए गुरुद्वारे में पहुंची थी। इसी दौरान पुलिस और निहंग समूहों के बीच झड़प हुई और गोलीबारी में एक कांस्टेबल की मौत हो गई।
कपूरथला के एसपी तेजबीर सिंह हुंदल ने कहा कि पुलिस कुछ निहंग सिखों को गिरफ्तार करने पहुंची थी, तब ये झड़प हुई। लेकिन जब कुछ पुलिसकर्मी सड़क पर खड़े थे, तभी निहंगों ने उन पर गोलीबारी कर दी। गुरुद्वारा श्री अकाल बूंगा के संचालन को लेकर को मामला तूल पकड़ता जा रहा है। असल में निहंग सिखों का एक गुट गुरुद्वारे का संचालन करता है। वहीं दूसरे गुट के करीब 30 से ज्यादा निहंग सिखों ने इसपर कब्जा कर लिया है। पुलिस संचालन करने वाले गुटी की शिकायत पर गुरुद्वारे पहुंची थी। इसी दौरान निहंग सिखों ने उन पर हमला कर दिया। निहंग सिख, सिख धर्म के भीतर एक विशिष्ट और परंपरावादी लोग होते हैं, जो अपनी अनूठी पोशाक और पारंपरिक सिख मार्शल प्रथाओं के पालन के लिए जाने जाते हैं। इस सिख संप्रदाय के सदस्य समाज के हाशिए पर रहते हैं। निहंग सिख, 10वें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह, जो पारंपरिक मार्शल आर्ट गतका (तलवारबाजी के आधुनिक खेल के समान) में विशेषज्ञता रखते हैं, के प्रति निष्ठा के कारण मध्ययुगीन योद्धाओं की तरह कपड़े पहनते हैं।