नई दिल्ली। अमेरिका में रह रहे खालिस्तानी आतंकवादी और प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस के नेता गुरपतवंत सिंह पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शिकंजा कस दिया है। एनआईए ने चंडीगढ़ और अमृतसर में उसकी संपत्तियां जब्त कर ली हैं। पन्नू अमृतसर का रहने वाला है और एनआईए ने उस पर इनाम भी घोषित कर रखा है। चंडीगढ़ में एनआईए ने खालिस्तानी गुरपतवंत पन्नू के सेक्टर 15 वाले घर को जब्त किया है। लगातार आतंकी गतिविधियों में शामिल रहने वाल पन्नू की चंडीगढ़ की एक कोठी का एक चौथाई हिस्सा है जिसे जब्त किया गया है। एनआईए की टीम लगभग आधा घंटा यहां मौजूद रही और घर के बाहर नोटिस बोर्ड लगा दिया। इसी तरह अमृतसर के खानकोट गांव में पन्नू की 46 कनाल एग्रीकल्चरल लैंड जब्त की गई।
कनाडा में रहकर पन्नू भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल रहता है। भारत में पन्नू के खिलाफ देशविरोधी साजिश समेत कुल 7 केस दर्ज हैं जिसका ब्योरा दिया गया है। कनाडा को भी पन्नू के गुनाहों की जानकारी कई बार दी गई है लेकिन कनाडा ने आतंकी के खिलाफ कोई कार्रवाई नही की। कहा जाता है कि पन्नू ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के सहयोग से संगठन सिख फॉर जस्टिस का गठन किया था, जो कि भारत में प्रतिबंधित है। इतना ही नहीं पन्नू ने कनाडा में रहने वाले हिंदुओं को धमकी दी है और कहा है कि वे कनाडा छोड़ दें।
इससे पहले साल 2020 में गुरपतवंत सिंह पन्नू को भगोड़ा घोषित करते हुए उसकी संपत्तियां कुर्क की गई थीं। उस समय कुर्की होने का मतलब ये था कि वो अपनी संपत्ति को बेच नहीं सकता था लेकिन इस बार जब्त हुई संपत्तियों पर से उसका मालिकाना हक भी हट गया। अब ये संपत्तियां सरकारी हो गई हैं।