नई दिल्ली। कर्नाटक के कांचूगल बंदे मठ के लिंगायत महंत की मौत हो गई है। उनका शरीर सोमवार सुबह फांसी पर लटका मिला। बताया जा रहा है कि उन्हें कोई ब्लैकमेल कर रहा था, जिससे वह काफी परेशान था। लिहाजा उन्होंने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइट नोट मिला है, जिसमें महंत ने अपनी परेशानी का जिक्र किया है। उन्होंने नोट में लिखा है कि उन्हें कुछ लोग परेशान कर रहे थे, इसलिए उन्हें इस कदम को उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा। पुलिस ने बताया कि महंत ने ब्लैकमेल किए जाने से परेशान होकर आत्महत्या जैसा खतरनाक कदम उठाया है। पुलिस को महंत श्री बसवलिंगेश्वर स्वामी का सुसाइड नोट घटनास्थल से ही बरामद हुआ। महंत ने कुछ लोगों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने नोट में लिखा कि कुछ लोग उन्हें परेशान और ब्लैकमेल कर रहे थे। मगदी तालुक के केंपूपुरा स्थित मठ के महंत स्वामी बसवलिंगेश्वर मठ परिसर में पूजा घर की खिड़की की ग्रिल से लटके पाए गए। इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया। मठ का इतिहास 400 साल से ज्यादा पुराना है और बसवलिंगेश्वर स्वामी ने 1997 में इसका कामकाज संभाला था। कुछ महीने पहले ही उन्होंने मठ के मुख्य महंत के रूप में स्वर्ण जयंती समारोह मनाया था। सूत्रों के अनुसार पूजाघर में सुबह छह बजे तक घंटियां नहीं बजने पर वहां रहने वाले लोगों को कुछ अजीब लगा क्योंकि महंत सुबह चार बजे ही पूजा के लिए उठ जाते थे। हालांकि सोमवार को उन्होंने दरवाजा खटखटाने पर कोई आवाज नहीं दी जिसके बाद मठ के कर्मचारियों ने पीछे से प्रवेश किया और महंत मृतावस्था में लटके मिले। इसके बाद पुलिस को इसकी सूचना दी गई।