काबुल। तालिबानी फरमान की लोकोक्त तो आपने जरूर सुनी होगी। अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद अपनी छवि बदलने का ढिंढोरा पीटने वाले तालिबान ने जो नया फरमान जारी किया है वह इस बात का सबूत है कि तालिबान का राग रवैया रत्ती भर भी बदलने वाला नहीं है। काबुल में लोगों के घरों पर चस्पा किए गए नोटिस इस बात का सबूत है जिसमें लिखा गया है कि तालिबान की कोर्ट में हाजिर हो और अगर हाजिर नहीं हुए तो मिलेगी मौत।
जी हां यह तालिबान का नया फरमान है। जो काबुल में अनेक लोगों के घरों पर तालिबान ने चस्पा कराया है। अमेरिका व अन्य देशों की सेनाओं की वापसी के बाद अब तालिबान अपने पुराने रंग में आ गया है तालिबान ने अब उन लोगों की तलाश शुरू कर दी है जो बीते 20 सालों में तालिबान के खिलाफ विदेशी सेनाओं और सरकार के मददगार रहे हैं। इसमें अखबार नवीशों से लेकर उघोगपति, बिजनेसमैन और आम नागरिक शामिल है।
तालिबान ने इन सभी के घरों पर नोटिस चस्पा कर दिए हैं कि वह तालिबान की कोर्ट में हाजिर हो नोटिस में यह भी लिखा गया है कि अगर हाजिर नहीं हुए तो मौत मिलेगी। जिन लोगों को यह नोटिस भेजे जा रहे हैं अब उनके साथ आगे कुआं पीछे खाई जैसी स्थिति है। अगर तालिबान कोर्ट में हाजिर हुए तब भी मौत मिलेगी और नहीं हुए तब भी मौत मिलना तय है। कई लोगों को धमकियां भी दी जा रही है। भागना चाहते थे, नहीं भाग सके फंस गए न आखिरकार अब मरने को तैयार रहो। तालिबान का यह क्रूर चेहरा नया नहीं है। अफगान पर तालिबान के कब्जे के बाद लोग इस क्रूरता से बचने के लिए ही काबुल हवाई अड्डे पर जमावड़ा लगाए हुए थे। लेकिन अब उनके बाहर जाने का यह रास्ता भी बंद हो चुका है क्योंकि हवाई अड्डे पर भी अब तालिबान का कब्जा है। 20 साल पहले भी तालिबान द्वारा ऐसे नोटिस चस्पा किए गए थे।