यूपी, उत्तराखंड सहित सात राज्यों में सैकड़ों जगह छापे
चुनाव आयोग की रिपोर्ट पर की गई कार्रवाई
काले धन को सफेद करने का धंधा करने का आरोप
नई दिल्ली/देहरादून। राजनीतिक दल बनाओ और करोड़ों कमाओं, यह बात भले ही सुनने में अटपटी लग सकती है लेकिन चुनाव आयोग की रिपोर्ट में इस तरह के तमाम मामले सामने आने के बाद आज आयकर विभाग द्वारा सात राज्यों में 100 से अधिक जगह छापेमारी की गई है। पॉलिटिकल पार्टियों को होने वाली फंडिंग के जरिए काले धन को सफेद बनाने के इस धंधे को लेकर आईटी विभाग द्वारा इन राजनीतिक दलों और उन्हें फंडिंग करने वाले कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी की गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के कई शहरों में 24 से अधिक स्थानों पर तथा उत्तराखंड के किच्छा में राजस्थान सरकार में मंत्री के भाई के यहां छापेमारी की गई जो फूड फैक्ट्री चलाते हैं। वही गुजरात और राजस्थान में 20 व 25 स्थानों पर छापेमारी की खबरें हैं। दिल्ली, हरियाणा और छत्तीसगढ़ में भी आज आईटी विभाग द्वारा छापेमारी की गई है। इस छापेमारी में आईटी विभाग को क्या कुछ मिला है इसकी जानकारी तो अभी नहीं लग सकी है लेकिन इस फंडिंग के जरिए करोड़ों की कर चोरी होने की बात कही जा रही है।
इन राजनीतिक दलों को कहां से कब कितना चंदा मिला और उन्होंने इस चंदे को कहां और कैसे खर्च किया इसकी जानकारी तो जुटाई ही जा रही है साथ ही इनके बैंक खातों की जानकारियां भी जुटाई जा रही है।
सूत्रों से मिली जानकारियों के अनुसार इन राजनीतिक दलों के अपने अध्यक्षों द्वारा अपने सगे संबंधियों के नामों से अनेक एनजीओ और उघोग धंधे किए जाने की जानकारी भी मिली है। राजनीतिक दलों को चंदे के माध्यम से काले धन को सफेद करने का धंधा व्यापक स्तर पर किए जाने और काले धन का चुनावों में उपयोग किए जाने की बात भले ही नई न सही लेकिन इन राजनीतिक दलों के खिलाफ आईटी द्वारा इससे पूर्व इतने बड़े स्तर पर पहले कोई कार्रवाई नहीं की गई है