नई दिल्ली। 7 अक्टूबर को इजराइल से अगवा किए गए 222 बंधकों में से 2 और बंदियों को हमास ने रिहा कर दिया है। एक वरिष्ठ इजराइली अधिकारी ने इसकी पुष्टि की है। हमास से युद्ध के 17वें दिन इजराइल ने पुष्टि की कि नुरिट कूपर (80) और योचावेड लिपशिट्ज़ (85) को गाजा पट्टी में कैद से रिहा कर दिया गया है। वहीं हमास ने अपनी टेलीग्राम साइट पर एक बयान में कहा कि हमने मानवीय और खराब स्वास्थ्य कारणों से उन्हें रिहा करने का फैसला किया है। इसके बावजूद, दुश्मन ने पिछले शुक्रवार को उन्हें लेने से इनकार कर दिया था। जानकारी के मुताबिक मानवीय सहायता के 20 ट्रक गाजा में प्रवेश करने के बाद और कतर द्वारा विदेशी पासपोर्ट वाले लगभग 50 बंधकों की रिहाई सुनिश्चित की गई थी। इन खबरों के बीच हमास-सशस्त्र विंग के प्रवक्ता अबू उबैदा ने सबसे पहले रिहाई की घोषणा की। रिहा की गई बंदी दो इजरायली महिलाएं नुरिट कूपर (80) और योचावेड लिपशिट्ज़ (85) हैं, जो रात करीब 9:45 बजे राफा क्रॉसिंग पर पहुंचीं। योचावेड लिफ़शिट्ज़ (85) का उनके पति ओडेड (83) के साथ अपहरण कर लिया गया था। उनके पोते, पूर्व गोलकीपर डैनियल लिपशिट्ज़ ने नरसंहार के बाद अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट किया कि दोनों गायब हैं। वहीं कूपर को उनके पति अमीराम (85) के साथ निर ओज़ से अपहरण कर लिया गया था। दोनों 70 साल से किबुत्ज़ में रह रहे हैं। उनकी पोती गैली ने बताया कि उनसे आखिरी बातचीत शनिवार सुबह 9:40 बजे हुई थी। गैली ने बतायाकि दादाजी ने तनाव और डर के कारण मुझसे फुसफुसाया, ‘गैली, मैं अब बात नहीं कर सकता, किबुत्ज़ में आतंकवादी घरों के आसपास घूम रहे हैं।