कराची। पाकिस्तान में गधे से जुड़ा एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर आप या तो हसेंगे या फिर पाकिस्तान की किस्मत को कोसेंगे। ऐसे मामले सिर्फ पाकिस्तान में ही देखने को मिल सकते हैं। पाकिस्तान में कुछ गधों को हिरासत में लिया गया है। सबसे बड़ी बात यह कि, अब इन गधों को जज के सामने कोर्ट में पेश किया जायेगा। यह कोई और नहीं बल्कि, असिस्टेंट कमिश्नर हैं जिन्होंने वन विभाग को गधों को कोर्ट में पेश करने का भी आदेश दिया है।
यह मामला पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के चित्राल का है जहां से छह गधों को हिरासत में लिया है। गधों को जिले के दरोश इलाके में लड़की की तस्करी के संबंध में हिरासत में लिया गया है। दरोश के असिस्टेंट कमिश्नर ने लड़की तस्करी के खिलाफ एक अभियान चलाया जिसके तहत लड़कियों से लदे गधों को हिरासत में लिया गया। पाकिस्तान का यह अजीबोगरीब मामला अब सुर्खियां बटोर रहा है। पाकिस्तानी अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के अनुसार, दिलचस्प बात यह है कि गधे बेहद समझदार थे क्योंकि वे अपने दम पर लकड़ियों की तस्करी करते थे और उन्हें एक से दूसरी जगह पर पहुंचाते थे। इससे पहले सितंबर में वन विभाग के एक कर्मचारी को लकड़ी तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, जिसे अब सस्पेंड कर दिया गया है।
पाकिस्तान के लिए गधा बेहद महत्वपूर्ण जानवर है। दरअसल पाकिस्तान का एक बड़ा वर्ग आर्थिक रूप से पशुपालन पर निर्भर है। 80 लाख से अधिक ग्रामीण परिवार पशुपालन कर रहे हैं और अपनी आय का लगभग 35-40 फीसदी इसी क्षेत्र से प्राप्त करते हैं। इसके साथ ही पाकिस्तान की जीडीपी में भी गधों का अहम योगदान रहता है। पाकिस्तान में ये गधे आय का अहम स्रोत हैं। यहां तक कि चीन भी इन पाकिस्तानी गधों के आयात में दिलचस्पी रखता है। गधे की खाल का चीन में काफी इस्तेमाल होता है। गधे की खाल से निकली हुई जिलेटिन का इस्तेमाल कई तरह की महंगी दवाओं को बनाने में किया जाता है। पाकिस्तान भी गधों को बेचकर अपनी कमाई करता है। खबरों की मानें तो एक गधे के लिए पाकिस्तान को 18 से 20 हजार रुपए तक मिल जाते हैं। पाकिस्तान में गधों की आबादी बहुत अधिक है और हर साल तेजी से बढ़ रही है। पिछले वित्तीय वर्ष के अनुसार पाकिस्तान में गधों की संख्या 5.6 मिलियन से बढ़कर 5.7 मिलियन हो गई है।