रिफॉर्म, परफॉर्म व ट्रांसफॉर्म का मंत्र

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अपने तीसरे कार्यकाल के पहले पूर्व बजट से पूर्व कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के युवाओं से देश के विकास और 2047 तक विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए अपनी पूरी ताकत और कार्य क्षमता के साथ काम करने का आह्वान किया है। उनका कहना है कि देश के युवाओं के पास ही यह शक्ति निहित है कि वह देश का भविष्य बदल सकने का सामर्थ्य रखते हैं। प्रधानमंत्री का कहना है कि यह बात अलग है कि उनकी मेहनत का पूरा फल उन्हें नहीं मिल सकेगा लेकिन उनकी आने वाली पीढियां को इसका फायदा जरूर मिलेगा। वह युवाओं को बताते हैं कि जब देश को आजाद कराने के लिए देश के हर वर्ग व जाति—धर्म के युवाओं ने अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया था तब भले ही उन्हें इस आजादी का कोई सुख न मिल सका हो लेकिन जो आजादी के बाद पैदा होने वाली पीढ़ियां हैं उन्हें इसका पूरा लाभ और सुख जरूर मिला है। ठीक इसी तरह से आज के युवा अगर अपने पूर्ण समर्पण के साथ देश के विकास में जुटे हैं तो 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनने से कोई भी ताकत नहीं रोक पाएगी। प्रधानमंत्री मोदी ने युवाओं को अपने संबोधन में लक्ष्य प्राप्ति का मंत्र भी बताया है उनके द्वारा युवाओं को तीन शब्दों के जरिए जिसमें रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म शामिल है, के द्वारा यह समझाया गया है कि वह इसे इसके द्वारा ही हासिल कर सकते हैं। वह कहते हैं कि पुरानी व्यवस्थाओं को बदलकर तथा और अधिक श्रम तथा परिश्रम करके वह अपनी योग्यता तथा क्षमता को दूसरों तक पहुंचा कर इस लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा जो बातें कल अपने संबोधन में कही गई हैं वह एक अकाट्य सत्य है यह बात अलग है कि देश के जिन लोगों के लिए या यूं कहें कि युवाओं के लिए सरकारी नौकरी हासिल करना और ड्यूटी के नाम पर सिर्फ हाजिरी भरकर वेतन लेने की आदत पड़ चुकी है उसके चलते इसे व्यावहारिक रूप से धरातल पर उतार पाना कितना मुश्किल होगा यह बात अलग है। बीते कुछ समय से कर्मचारियों के सप्ताह में 90 घंटे काम करने पर भी चर्चा हो रही है। उधर आज अपना लगातार आठवां पूर्ण वार्षिक बजट पेश करने जा रही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जो आर्थिक सर्वे पेश किया उसमें देश की मेंटल हेल्थ पर चिंता जताते हुए कहा है कि आज देश के बच्चे और युवा अपना अधिकांश समय निरर्थक सोशल मीडिया पर बिता रहे हैं। उन्होंने शिक्षण संस्थानों और परिवारों से इस मामले में हस्तक्षेप का सुझाव दिया है। उन्होंने बच्चों और युवाओं को अपने स्केलिंग और फिजिकल एक्टिविटी पर अधिक ध्यान देने का भी सुझाव दिया है। यही नहीं उनके द्वारा बच्चों व युवाओं को पैक्ड फूड के सेवन से बचने की नसीहत दी गई है। पीएम मोदी और वित्त मंत्री सीतारमण के इन सुझावों पर बच्चों व युवाओं को ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि देश को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए यह जरूरी है।

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