अवैध मजारों पर चला बुलडोजर

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सहसपुर क्षेत्र में 5 मजारों को किया ध्वस्त
विकासनगर क्षेत्र में 25—30 मजारे चिन्हित

देहरादून। राज्य में अवैध धार्मिक स्थलों के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है। सहसपुर के छरबा में नदी क्षेत्र में सरकारी जमीन पर अवैध तरीके से अतिक्रमण कर बनाई गई पांच मजारों पर आज प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए उन्हें ध्वस्त कर दिया गया।
उल्लेखनीय है कि दून सहित पूरे राज्य में अवैध धार्मिक स्थलों पर कार्यवाही की जा रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा धार्मिक अतिक्रमण को जनसंख्या असंतुलन का कारण बताते हुए सख्त कार्रवाई के दिशा निर्देश दिए गए थे। इसके लिए आईएफएस डॉ. पराग मधुकर के नेतृत्व में एक सर्वेक्षण टीम का गठन किया गया था। जिनके द्वारा पूरे राज्य में अवैध रूप से बनाई गई मजारों की सूची तैयार की गई थी। बीते कल राज्य में 277 मजारों का ध्वस्त किया जा चुका है। तथा आज भी देहरादून सहित कुमाऊं मंडल में भी अवैध मजारों पर बुलडोजर चलाने का काम जारी है। इसी क्रम में आज सहसपुर के छरबा में नदी क्षेत्र में बनी पांच बड़ी मजारों पर प्रशासन ने बड़ी कार्यवाही करते हुए उन्हें ढहा दिया है। इन मजारों के पास लोगों द्वारा अपने पक्के आवासीय ठिकाने भी बना लिए गए थे। समाचार लिखे जाने तक तीन मजारों को तोड़ा जा चुका था तथा कार्यवाही जारी थी।
मौके पर मौजूद विकास नगर एसडीएम विनोद कुमार ने बताया कि इन मजारों का निर्माण नदी क्षेत्र में अवैध रूप से किया गया था। उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा पहले यह नोटिस चस्पा किया गया जिसके बाद किसी भी व्यक्ति के वादी प्रतिवादी के रूप में सामने न आने के बाद यह कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि विकास नगर क्षेत्र में 50 के आसपास मजारे बनी है जिनमें से 25 से 30 के बीच ऐसी हैं जो सरकारी व वन भूमि पर अवैध रूप से बनाई गई है जिनके खिलाफ जल्द ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी।

प्रशासन की लापरवाही उजागर

देहरादून। धार्मिक स्थलों की आड़ में होने वाले इस अतिक्रमण में प्रशासन की लापरवाही भी सामने आ रही है। इन मजारों और यहां पर किए गए अन्य निर्माण के लिए बिजली और पानी के कनेक्शन कैसे मिल गए यह हैरान करने वाली बात है। जब यह निर्माण अवैध था तो फिर इसे बिना दस्तावेजों के बिजली—पानी के कनेक्शन भी नहीं मिलने चाहिए थे लेकिन प्रशासन की लापरवाही के कारण ही ऐसा हुआ है।

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