May 9, 2024देहरादून। जो व्यक्ति इस सुअवसर का लाभ उठाता है उसे ही बुद्धिमान कहा जाता है। जीव आत्म स्वरुप है उसके लिए न जन्म है और न मरन है जन्म मरण केवल आत्मा के बाह्य आवरण हैं जो केवल देह पर लागू होते हैं। जन्म मानों नए वस्त्र धारण करना और मरण उन वस्त्रों को उतार देना है।उक्त विचार ज्योतिष्पीठ व्यास आचार्य शिव प्रसाद ममगाई ने खैरी मान सिंह मालदेवता में चौहान बन्धुओं द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के चतुर्थ दिवस पर व्यक्त किय। उन्होंने कहा कि धर्म का पथ वास्तव में स्व स्वरूप एवम परमात्मा के स्वरूप के साक्षात्कार करने के लिए है। आर्थिक उन्नति की उपयोगिता की मांग इतनी है कि देह उसके लिए स्वस्थ रहे। मानव जीवन ज्ञान और कर्म के संयोग से आत्मा और परमात्मा का साक्षात्कार करके मोक्ष पा सकता है। आवश्यकता है देह को स्वस्थ रखने की। धर्म, अर्थ, काम का लक्ष्य मोक्ष की ओर होना चाहिए तभी हम उसका लाभ उठा सकते हैं।आचार्य ममगाई ने कहा कि ज्ञानी वही है जो किसी का तिरस्कार नहीं करता और जो जीव मात्र से प्रेम करता है। गलत आचरण व्यवहार से मनुष्य का पुरुस्वार्थ बिगड़ जाता है। दैनिक कार्यों में सदाचार की मर्यादा का जितना अधिक पालन किया जाता है, उतना ही अधिक वह विकसित होता है तथा मानव के जीवन में प्रगति का मार्ग प्रशस्त होता जाएगा। ईश्वर जीव से मात्र स्वस्थ मन एवम समर्पित श्रद्धा की अपेक्षा करते हैं। तभी जीव का ब्रह्म से मिलन सम्भव है। परमात्मा की कृपा से ही उत्तम अवसर और सम्पत्ति की प्राप्ति होती है। समय एवम सम्पत्ति का प्रयोग करने वाला ही देव कोटि में आता है समय सम्पति का दुरुपयोग करने वाला अधर्म की श्रेणी में आता है। किसी भी परिस्थिति सुख—दुख में परमात्मा को विस्मृत नहीं करना चाहिए। निंदा को भी सहन कर हम उन्नति कर सकते हैं। यदि हमारे विचार सकारात्मक हों, धर्म सम्पूर्ण सृष्टि के जीव मात्र को परस्पर जोड़ने का कार्य करता है। जो समाज मे विघटन करे वह धार्मिक नही हो सकता।इस अवसर पर रायपुर क्षेत्र के विधायक उमेश शर्मा काऊ ने कहा कि धार्मिक व्यक्ति अपने व समाज को आगे बढ़ाता है। व्यवहार जगत में उत्तम कार्य करने लगता है। भावी पीढ़ी को संस्कारी बनाने के लिए माताओं को अग्रसर रहना चाहिए ताकि हमारे बच्चे संस्कार वान बने।कथा के चतुर्थ दिवस में भगवान बाल गोविंद के प्राकट्य प्रसंग को श्रवण करते हुए आयोजनकर्ताओं के द्वारा झांकी के साथ भक्त जनों ने कृष्णजी के दर्शनों के साथ नन्द के आनंद भयो जय कन्हइया लाल की, आदि भजनों पर झूमते हुए माखन मिश्री के प्रसाद को ग्रहण किया।इस अवसर पर मुख्य रूप से प्रधान अजय चौहान, विधायक उमेश शर्मा काऊ, राजपुर क्षेत्र की पार्षद उर्मिला ढौंडियाल थापा, निर्मला गुसाई, कुसुम नेगी, ममता, हेमलता चौहान, सुंदर चौहान, महेंद्र चौहान, सुरेश पुंडीर, आनंद नेगी, संदीप चौहान, ऋतू विजलवान, एतवारी देवी, सोभन जवाड़ी, सुशीला चौहान, प्रमिला देवी, रश्मि चौहान, गोविंद चौहान, आयुषी, आराध्या, घनश्याम चौहान, रंजीत जवाड़ी आदि भक्त गण भारी संख्या में उपस्थित थे।
May 9, 2024सीसीटीवी फुटेज से हुआ खुलासा देहरादून। अपराध कितनी ही चालाकी से क्यों न किया जाये, उसका खुलासा आखिरकार हो ही जाता है। इसकी बानगी सेलाकुई क्षेत्र में सामने आयी है। जहंा आग लगने के कारण 50—55 झोपड़ियंा जलकर खाक हो गयी थी। मामले की जब छानबीन एसएसपी देहरादून द्वारा करायी गयी तो सीसीटीवी फुटेज में सामने आया कि कार सवार कुछ लोगों द्वारा इस अग्निकांड को अंजाम दिया गया था। जिस पर पुलिस द्वारा अब मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गयी है।विदित हो कि बीती 5 मई को सेलाकुई क्षेत्रान्तर्गत भाऊवाला सुन्दरवन के पास झुग्गी झोपडियों में आग लगने की घटना घटित हुई, जिसमें आग की चपेट में आने से लगभग 50 से 55 झुग्गी झोपडियां जलकर राख हो गयी थी। यह झुग्गी झोपडियां सुन्दरवन क्षेत्र में एक प्राईवेट प्लाट पर बनी हुई थीं, जहां 2 वर्ष पूर्व वर्ष 2022 में भी इसी प्रकार आग लगने की घटना हुई थी। जिसमें भी लगभग 40 से 45 झुग्गी झोपडियां जल गई थी। 2 वर्ष के अन्तराल में एक ही स्थान पर घटित इन दोनो घटनाओं पर संदिग्धता प्रतीत होने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने आग लगने के कारणों से जुडे सभी सम्भावित पहलुओं पर विस्तृत जांच के आदेश दिये गये। जिस पर पुलिस ने घटना स्थल व आस—पास के क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों को चैक तो पुलिस को पता चला कि घटना से पूर्व झुग्गी झोपडियों के आस—पास एक संदिग्ध कार घूम रही थी। जो थोडे—थोडे अन्तराल पर 2 से 3 बार घटना स्थल के आस—पास आकर रूकी थी, इस दौरान कार की अगली सीट पर बैठे व्यक्ति ने कार से उतरकर पास की झोपडी के एक किनारे पर आग लगाये जाने की फुटेज पुलिस को प्राप्त हुई तथा इस कार के घटना स्थल से निकलते ही कार के पास बनी एक झोपडी ने अचानक आग पकड़ ली, जिसने आस—पास की अन्य झोपडियों को भी अपनी चपेट में ले लिया। घटना में जमीनी विवाद या अनाधिकृत कब्जा को खाली कराने की साजिश हो सकती है प्राप्त सीसीटीवी फुटेज के आधार पर एसएसपी ने तत्काल संदिग्धों के विरूद्ध मुकदमा पंजीकृत करने के आदेश दिये, जिस पर पुलिस ने थाना सेलाकुई पर अज्ञात के विरूद्ध धारा 436 भादवि का मुकदमा पंजीकृत किया है।
May 9, 2024वर्ष 2023 मेें गंभीर अपराधों के 70 मुकदमों में सजा, 107 में रिहाई उधमसिंहनगर। वर्ष 2023 में जिला उधमसिंह नगर के न्यायालयों ने कुल 9107 अपराधिक मुकदमोें का फैसला किया हैै तथा भारतीय दंड संहिता के गंभीर अपराधों (सत्र न्यायालय) वाले मुकदमोें में 40 प्रतिशत यानि 70 मुकदमों में सजायेें हुई हैै जबकि 107 मुकदमोें में रिहाई हुई हैै। इस बात का खुलासा सूचना अधिकारी कार्यकर्ता नदीम उद्दीन (एडवोकेट) को संयुक्त निदेशक अभियोजन कार्यालय द्वारा उपलब्ध करायी गयी सूचना के तहत हुआ है।काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन (एडवोकेट) ने अभियोजन निदेशालय से वर्ष 2023 में मुकदमों में सजा व रिहाई सम्बन्धी विवरणों की सूचना मांगी थी। जिसके उत्तर में संयुत्तQ निदेशक अभियोजन कार्यालय के लोक सूचना अधिकारी ने अपने पत्रांक 86 से सम्बन्धित विवरण की फोटोे प्रतियां उपलब्ध करायी गयी है। नदीम कोे उपलब्ध सूचना के अनुसार वर्ष 2023 में भारतीय दंड संहिता के सत्र न्यायालय में विचारण योग्य गंभीर मुकदमोें (हत्या, लूट, डकैती, बलात्कार आदि) के 188 मुकदमें निर्णीत हुये जिसमें 70 मुकदमों में सजा हुई है जबकि 107 मुकदमों में रिहाई हुई हैै अर्थात अभियोजन व पुलिस अपराध को साबित करनेे में सफल नहीं हुये हैैं। इस अवधि में 11 ऐसे मुकदमें क्वैश/दाखिल दफ्तर भी हुये हैै। सजा का प्रतिशत 40 प्रतिशत है। अन्य अधिनियमोें के अन्तर्गत सत्र न्यायालय द्वारा विचारणीय गंभीर मुकदमोें में सजा का प्रतिशत 83 है। 2023 में ऐसे 910 मुकदमें निर्णीत हुये है जिसमें 704 मुकदमोें में सजा हुई हैै तथा 149 मुकदमोें में अपराध साबित नहीं हुये है व रिहाई हुई है। ऐसे 57 मामले दाखिल दफ्तर/क्वैैश हुये हैै। उपलब्ध सूचना के अनुसार वर्ष 2023 में अधीनस्थ न्यायालयोें (मजिस्ट्रेटोें आदि के न्यायालयोें) में भारतीय दंड संहिता केे अपराधों केे 645 मामलों में सजा हुई है जबकि 196 मामलोें में रिहाई हुई है। इस अवधि में 613 मुकदमों में राजीनामा हुआ है तथा 282 मामले दाखिल दफ्तर/क्वैैश हुये हैै। 1 मुकदमा शासन द्वारा वापस लिया गया है। राज्य सरकार द्वारा न्यायिक मजिस्ट्रेट जसपुर में विचाराधीन शीतल जोशी के विरूद्ध थाना जसपुर में दर्ज एफ.आई.आर. संख्या 228/2017 से सम्बंधित फौजदारी वाद संख्या 227/2018 धारा 353/332/504//506 का मुकदमा न्यायालय की सहमति से लोक हित के आधार पर वापस लिया गया है। अन्य अधिनियम के अन्तर्गत अधीनस्थ न्यायालयोें द्वारा विचारणीय मुकदमोें में 4138 मामलों में सजा हुई है जबकि 185 मामलोें में रिहाई हुई हैैं। 30 मामले दाखिल दफ्तर/क्वैैश हुये हैै। सजा वाले मामलों में मोटर वाहन अधिनियम सहित अन्य अधिनियम के चालान व जुर्माने के मामले भी शामिल होते हैं। उपलब्ध विवरण केे अनुसार 2023 के र्प्रारंभ में जिला उधमसिंह नगर के सत्र न्यायालयों में 2640 मुकदमें लम्बित थे जोे वर्ष के अन्त में बढ़कर 3193 रह गये जबकि इस अवधि में 1651 नये मामले दायर हुये हैं। 2023 केे प्रारंभ में जिले के अधीनस्थ न्यायालयों में अपराधों के कुल 27902 मुकदमें लम्बित थे जो वर्ष के अंत में बढ़कर 31161 होे गये जबकि इस अवधि में 11268 नये मुकदमें दायर हुये हैं।
May 9, 2024उत्तराखंड की सरकार इन दिनों दो बड़ी समस्याओं से जूझ रही है पहली समस्या है जंगल में लगी आग और दूसरी समस्या है चार धाम यात्रा की तैयारियां। खास बात यह है कि सत्ता में बैठे लोग इन समस्याओं के समाधान के लिए क्या कर रहे हैं? आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की एक तस्वीर जिसमें वह अकेले रुद्रप्रयाग जिले के रतूड़ा क्षेत्र में पिरुल की पत्तियां एकत्रित करते दिख रहे हैं अखबारों में छपी है। उनके आसपास कहीं आग या धुआं नहीं दिख रहा है। उनकी यह तस्वीर देखकर किसी को भी उनकी तथा अन्य भाजपा नेताओं की वह तस्वीरें याद आ सकती है जिसमें वह स्वच्छ भारत मिशन के लिए प्रचार करते हुए हाथों में झाड़ू लेकर सड़कों पर तस्वीरें खिंचवाते थे। भले ही इसके पीछे लोगों को जागरूक करने का संदेश देने की बात कही जाती रही हो लेकिन यह नेताओं के राजनीतिक दिखावे से अधिक कुछ भी नहीं है। आज अगर सत्ता में बैठे लोगों से यह पूछा जाए कि इन जंगलों की आग से सुरक्षा के लिए उन्होंने क्या पूर्व तैयारी की थी? तो वह बगले झांकते ही दिखेंगे। बीते तीन—चार माह से मुख्यमंत्री पूरे प्रदेश में सिर्फ रोड शो और लोकार्पण तथा शिलान्यास या जनसभाएं ही करते रहे। क्योंकि उनके लिए लोकसभा की सभी पांच सीटों पर जीत ही उनका एकमात्र लक्ष्य था।अब वह पार्टी के स्टार प्रचारक होने के नाते पूरे देश में चुनावी सभाएं करने में व्यस्त हैं और जंगल की यह आग विकराल रूप ले चुकी है तथा मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है तो वह अपने चुनावी कार्यक्रम रद्द कर हालात की समीक्षा करने तथा वन कर्मियों को सस्पेंड कर खुद पिरूल की पत्तियां समेटते दिख रहे हैं। अगर समय रहते इन जंगलों की सुरक्षा पर ध्यान दिया गया होता तो शायद उन्हें यह सब करने की जरूरत नहीं पड़ती और जंगलों की आग से इतना नुकसान नहीं होता। अब बात कर ले चार धाम यात्रा की तैयारी की जिस पर कल पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज का बयान आया है कि वह और उनकी सरकार श्रद्धालुओं के स्वागत और सत्कार को तैयार है। इन श्रद्धालुओं का राज्य में कैसा स्वागत सत्कार हो रहा है इसकी जो तस्वीर कल हरिद्वार में ऑफलाइन पंजीकरण केंद्रो पर देखने को मिली उसे पर्यटन मंत्री को जरुर देखना चाहिए क्या ऐसा ही स्वागत सत्कार राज्य सरकार द्वारा श्रद्धालुओं का किया जाना है कि पंजीकरण को लेकर परेशान हजारों यात्री वापस घर लौटने पर विवश हो जाए। उनका दावा तो यही है कि दर्शनों के लिए किसी को भी 1 घंटे से अधिक इंतजार नहीं करना होगा लेकिन पंजीकरण के लिए ही जब 8 घंटे लाइनों में खड़ा होना पड़ रहा है तो यह कैसी तैयारी और स्वागत सत्कार है जिसकी बात पर्यटन मंत्री कर रहे हैं। सिर्फ हेलीकॉप्टर से धाम व कपाट खुलते वक्त फूल बरसाने तक ही सीमित सरकार का स्वागत सत्कार है। अभी तक सड़क व संपर्क मार्ग तक तो तैयार नहीं है जबकि कल से यह यात्रा शुरू हो रही है। सत्ता में बैठे लोगों को जमीनी हकीकत का पता नहीं है या फिर वह सिर्फ हवा हवाई बातों से ही सब कुछ ठीक करने का दिखावा कर रहे हैं।
May 9, 2024रूद्रप्रयाग। बाबा केदारनाथ की पंचमुखी डोली ने आज बृहस्पतिवार 9 मई को सुबह 8.30 बजे तीसरे पड़ाव गौरामाई मंदिर गौरीकुंड से श्री केदारनाथ धाम को प्रस्थान किया है।बता दें कि बीते 6 मई को देवडोली श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी से प्रवास हेतु पहुंची तथा मंगलबार 7 मई को दूसरे पड़ाव फाटा पहुंची थी। 8 मई देर शाम पंचमुखी डोली गौरामाता मंदिर गौरीकुंड पहुंची, जिसके बाद आज सुबह साढ़े आठ बजे बाबा केदार की पंचमुखी डोली ने श्री केदारनाथ धाम को प्रस्थान कर दिया है।उल्लेखनीय है श्री केदारनाथ धाम के कपाट कल शुक्रवार 10 मई को खुल रहे है। भगवान केदारनाथ की चलविग्रह उत्सव पंचमुखी मूर्ति की देवडोली को कई दशकों से श्री बदरीनाथ—केदारनाथ मंदिर समिति के स्वयं सेवक एवं हक— हकूकधारी पांवों में बिना कुछ पहने पैदल चलकर शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से श्री केदारनाथ धाम तक पहुंचाते है।आज पंचमुखी डोली के केदारनाथ प्रस्थान होते समय श्रद्दालुओं तथा गौरीगांव के स्कूली बच्चों ने बाबा केदार का जय घोष कर पुष्प वर्षा की है। केदारनाथ पैदल मार्ग पर जिला प्रशासन, पुलिस, गढवाल मंडल विकास निगम तथा स्थानीय दुकानदारों ने देव डोली का स्वागत किया।बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि सैकड़ों देश— विदेश के श्रद्धालू भी डोली यात्रा के साथ केदारनाथ जा रहे है। पंचमुखी डोली के गौरीकुंड से केदारनाथ प्रस्थान के समय केदारनाथ धाम के पुजारी शिवशंकर लिंग, कार्याधिकारी आरसी तिवारी, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी डीएस भुजवाण एवं यदुवीर पुष्पवान, डोली प्रभारी प्रदीप सेमवाल, प्रबंधक कैलाश बगवाड़ी, संजय तिवारी,भरत कुर्मांचली,कुलदीप धर्म्वाण, आलोक बजवाल,संजय कुकरेती सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
May 9, 2024बागेश्वर। बागेश्वर कपकोट के दानपुर क्षेत्र में आसमानी बिजली गिरने से 121 भेड़—बकरियों की मौत हो गई। पशुपालकों ने अपनी बकरियों को चुगान के लिए लमतरा बुग्याल में छोड़ा था। मंगलवार की रात को आकाशीय बिजली गिरने से 10 पशुपालकों की 121 भेड़—बकरियों की मौत हो गई है।जानकारी के अनुसार मंगलवार देर रात ग्राम जोगिना लमतौरा बुग्याल में आकाशीय बिजली की चपेट में आकर लगभग 121 भेड़—बकरियाँ मर गयी। जिसमें हर्ष सिंह पुत्र नरमल सिंह गोणिना की 30, पान सिह पुत्र नरमल सिंह की 30, सुनील सिंह पुत्र हर्ष सिंह की 16, दुर्गा सिह पुत्र फते सिंह की 20, वीर राम पुत्र लालू राम की 7, भूपाल सिंह डा. खुसाल सिह की 8, लक्ष्मण सिह पुत्र फते सिह की 5, केशर सिह पुत्र भगवत सिह की 2, हरमल सिंह पुत्र तेन सिह की 1, नरेन्द्र सिंह पुत्र श्याम सिंह की 2 बकरियों की मौत हो गई है। जिसकी सूचना क्षेत्रीय विधायक ने जिलाधिकारी को दी। उन्होंने प्रभावितों को तत्काल मुआवजा देने के निर्देश दिए हैं और पशु चिकित्सकों की टीम गांव भेजने के लिए कहा है।