उत्तराखंड को मिला अलकनंदा होटल
उत्तर प्रदेश को मिला भागीरथी टूरिज्म आवास ग्रह
हरिद्वार। संवाद से सभी समस्याओं का समाधान संभव है अब यूपी भागीरथी के साथ अपनी यात्रा को आगे बढ़ाएगा और आप अलकनंदा को संभालिए। अलकनंदा और गंगा को मिलकर ही गंगा—गंगा बनती है। हमें आपसी सहयोग से एक भारत, श्रेष्ठ भारत का निर्माण करना है।
यह उद्गार आज उत्तराखंड के तीन दिवसीय दौरे के अंतिम दिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हरिद्वार में आयोजित एक कार्यक्रम में व्यक्त किए। इस अवसर पर दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने परिसंपत्तियों के बंटवारे की प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए अलकनंदा होटल का स्वामित्व उत्तराखंड और भागीरथी पर्यटन आवास गृह को उत्तर प्रदेश के आधिपत्य में दे दिया गया। यूपी के सीएम योगी ने इससे पूर्व भागीरथी के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण किया।
दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच हुए समझौते के आधार पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आज गंगा किनारे बने अलकनंदा होटल की चाबी सीएम धामी को सौंप दी गई। इस अवसर पर पुष्कर सिंह धामी ने योगी आदित्यनाथ के सहयोग के लिए उनका धन्यवाद दिया तथा उन्हें उत्तराखंड और देश की धरोहर बताया। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब 2017 में वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे तब यूपी व उत्तराखंड का परिसंपत्ति विवाद का वाद सुप्रीम कोर्ट में चल रहा था लेकिन हमने इसे संवाद के जरिए समाधान तक पहुंचाने का निश्चय किया और उसमें सफलता भी हासिल की। उन्होने कहा कि यह बड़ा अवसर है। आपसी सहयोग से हमने इस बड़े मसले को सिर्फ 20 मिनट में सुलझा लिया। योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड की चार धाम यात्रा को उसकी पहचान बताते हुए कहा कि इसे उत्कृष्ट बनाए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चार धाम के विकास के लिए किए जाने वाले कामों की सराहना करते हुए कहा कि इससे राज्य में स्प्रिटिचुअल टूरिज्म ही नहीं तमाम तरह के पर्यटन विकास की अपरमित संभावनाएं मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में अनेक टूरिज्म प्लेस हैं। हर सीजन में नया पर्यटन संभव है। पर्वतारोहण, साहसिक पर्यटन, धार्मिक पर्यटन, योग पर्यटन जैसी अनेक संभावनाएं हैं जो बेरोजगारी व पलायन की समस्या का समाधान बन सकती हैं।
उन्होंने अयोध्या, काशी और वृंदावन, मथुरा के विकास का उदाहरण देते हुए कहा कि हम सभी को कुछ नया सोचने और करने की जरूरत है। दृढ़ इच्छाशक्ति से ही सब कुछ संभव है। उन्होंने स्वामी रामदेव व बालकृष्ण द्वारा यम्केश्वर में बनाए गए वैलनेस सेंटर की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह आत्मनिर्भर भारत की एक मिसाल है। उन्होंने कहा कि वह इन तीन दिनों में अनेक अद्भुत अनुभूतियों के साथ लौट रहे हैं। उन्होंने सीएम धामी को आगे भी भरपूर सहयोग का भरोसा दिलाया। इस अवसर पर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, त्रिवेंद्र सिंह रावत, मदन कौशिक सहित यूपी व उत्तराखंड के तमाम बड़े अधिकारी भी मौजूद थे।