May 9, 2024काशीपुर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जनपद में कहीं भी पेयजल संकट न हो इस हेतु अधिकारी सक्रियता से कार्य करें। पेयजल से जुड़े अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों का नियमित भ्रमण कर पेयजल से सम्बंधित समस्याओं का समाधान करें। पेयजल लाइनों की लीकेज अविलम्ब ठीक कराने के साथ निर्माणाधीन पेयजल योजनाएं पर त्वरित गति से कार्य करते हुए पूर्ण कराएं। उन्होंने कहा कि गर्मी का सीजन है अतः शहरों में जन साधारण के लिए शीतल पेयजल हेतु प्याऊ व वॉटर कूलर लगाए जाएं। यह निर्देश मुख्यमंत्री ने काशीपुर भ्रमण के दौरान काशीपुर स्पोर्ट्स स्टेडियम में आयोजित अधिकारियों की बैठक में दिए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि मानसून से पहले नालियों की सफाई, ड्रेजिंग और चौनलाईजेशन की कार्यवाही भी पूर्ण की जाय तथा नदी किनारे सुरक्षा दीवारों के निर्माण और मरम्मत के कार्य समय पर पूर्ण कर दिये जाएं।समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी उदय राज सिंह ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि जनपद में 12,123 हेण्ड पम्प हैं जिसमें से 11,578 हेण्ड पम्प सुचारू है, तथा 545 हेण्ड पम्प खराब है जिन्हें शीघ्र ही ठीक कर दिया जाएगा। अर्बन क्षेत्रों में हेण्ड पम्प प्राथमिकता से बनाये जा रहे हैं। जल जीवन मिशनके अंतर्गत 604 राजस्व ग्रामों हेतु 333 पेयजल योजनाएं बनाई जा रही हैं। सभी योजनाओं के कार्य आगामी माह अगस्त तक पूर्ण कर लिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि अमृत योजना के अंतर्गत नगर निगम काशीपुर में 6 जोनों के लिए सात नलकूप का निर्माण व 6 उच्च जलाशय के निर्माण किया जा रहा है जिसमें से 5 जोन के कार्य पूर्ण कर जल संस्थान को हस्तांरित कर दिए गए हैं जबकि जोन 8 का योजना निर्माण पूर्ण हो चुका है, ट्रायल टेस्टिंग कार्य प्रगति पर हैं। इसी तरह अमृत योजना के अंतर्गत नगर निगम रुद्रपुर में 5 जोन में पेयजल योजना कार्य पूर्ण हो चुका है तथा जलापूर्ति सुचारू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि विश्व बैंक परियोजना के अंतर्गत नगर पालिका खटीमा के वार्ड नं 3, 4, 5 हेतु बन्डिया पेयजल योजना कार्य पूर्ण कर पेयजल सुचारू कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में 3 करोड़ के 17 आपदा न्यूनीकरण कार्यों के टेंडर कर दिए गए हैं तथा 51 बाढ़ आपदा न्यूनीकरण कार्य चिन्हित किये गए हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में वनाग्नि के 65 मामले हुए जिन पर शीघ्र ही काबू पा लिया गया था।नगर आयुक्त काशीपुर, विवेक राय ने बताया कि नगर निगम काशीपुर में पानी की कोई समस्या नहीं है, 347 हेण्ड पम्प सुचारू है। उन्होंने बताया कि जनता को शुद्ध व शीतल पेयजल उपलब्ध कराने हेतु नगर निगम, छत्री चौराहा, गैस गोदाम, चौती मोड़, टांडा तिराहा में वॉटर कूलर स्थापित किये गए हैं जबकि रोडवेज में शीघ्र वॉटर कूलर स्थापित किया जाएगा। उपजिलाधिकारी बाजपुर ने बताया कि बाजपुर क्षेत्र में पेयजल की समस्या नहीं है।बैठक में एसएसपी मंजुनाथ टीसी, परियोजना निदेशक अजय सिंह, अधीक्षण अभियंता पेयजल निगम मृदुला सिंह, अधिशासी अभियंता जल संस्थान तरुण शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
May 9, 2024धामों में उमड़ने लगी श्रद्धालुओं की भीड़ हरिद्वार से श्रद्धालुओं के जत्थे धाम रवाना देहरादून। उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चार धाम यात्रा का आगाज आज हरिद्वार से श्रद्धालुओं के जत्थों की रवानगी के साथ हो गया, कल अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त में केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धामों के कपाट खुलने के साथ ही चार धाम यात्रा का विधिवत्त आरंभ हो जाएगा। वही 12 मई को भगवान बद्रीनाथ मंदिर के कपाट भी खुल जाएंगे।इंतजार की घड़ियां समाप्त हो चुकी है हरिद्वार से लेकर केदारधाम तक बम बम भोले के जयकारों की गूंज से पहाड़ की वादियां गुंजायमान है। बड़ी संख्या में स्थानीय लोग व पर्यटक केदार धाम पहुंच चुके हैं। वही रुद्रप्रयाग में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का जमावड़ा है। आज हरिद्वार से गाजे—बाजे और ढोल दमाऊ की धुन पर बाबा के जयकारों के साथ श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को रवाना किया गया।6 माह के इंतजार के बाद कल बाबा अपने ग्रीष्मकालीन प्रवास के दौरान भक्तों को केदार धाम में दर्शनों के लिए उपस्थित रहेंगे। ओंकारेश्वर से चलकर बाबा की चल विग्रह पंचमुखी डोली आज सुबह अपने अंतिम रात्रि विश्राम स्थल गौरीकुंड से धाम के लिए रवाना होकर अपने धाम पहुंच चुकी है। बाबा की डोली धाम पहुंचने पर श्रद्धालुओं ने उनका भव्य स्वागत किया। तय कार्यक्रम के अनुसार कल प्रातः 7 बजे विधि विधान के साथ केदार धाम मंदिर के कपाट खोले जाएंगे और भक्त अपने बाबा के दर्शन कर सकेंगे।बीते कई दिनों से धाम में तैयारी चल रही है कई क्विंटल फूलों से बाबा के मंदिर की भव्य सज्जा की गई है। स्थानीय व्यवसायियों ने भी अपनी दुकानें सजा दी हैं बड़ी संख्या में भक्त धाम पहुंच चुके हैं और उनके धाम पहुंचने का सिलसिला लगातार जारी है। कपाट खुलने का साक्षी बनने को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखा जा रहा है।उधर कल ही गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के मंदिरों के कपाट भी खोले जाएंगे। मां गंगोत्री की चल विग्रह डोली बीते कल अपने शीतकालीन प्रवास स्थल मुखवा से रवाना होकर भ्ौरव मंदिर पहुंच गई है जहां आज रात्रि विश्राम के बाद कल प्रातः डोली गंगोत्री धाम पहुंचेगी आज रात यहां एक भव्य जागरण का कार्यक्रम भी है। कल अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट भी खुल जाएंगे। जिसकी सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। गंगोत्री व यमुनोत्री धाम को भी फूलों से सजाया गया है तथा बड़ी संख्या में श्रद्धालु दोनों धाम पहुंच चुके हैं। 12 मईं को बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही चार धाम यात्रा पूर्णतया शुरू हो जाएगी।
May 9, 2024निचले कर्मचारियों की समस्याओं को देंखेः रावत देहरादून। लैन्सडाउन विधायक महंत दिलीप रावत ने वनाग्नि पर चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि निचले कर्मचारियों समस्याओें को भी समझना जरूरी है।आज यहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखकर विधायक महंत दिलीप रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड मेें फैली भीषण आग को नियंत्रित ना करने के सम्बन्ध में कुछ निचले कर्मचारियो को लापरवाही बरतने में निलंबित किया गया है। उन्होंने कहा कि उनकी व्यक्तिगत राय है कि निचले कर्मचारियों का निलंबन करने से पहले यह ध्यान देना जरूरी है कि क्या अग्नि सुरक्षा हेतु निचले स्तर पर पूरे कर्मचारी नियुक्त हैं। क्या निचले स्तर पर अग्नि बुझाने हेतु पूरे संसाधन उपलब्ध हैं। धरातल पर उसको यह अनुभव हुआ है कि फायर सीजन में रखे जाने वाले फायर वाचरों की संख्या पर्याप्त नहीं है। यदि होती भी है तो वह कागजों तक ही सीमित रहती है। निचले स्तरों पर फायर वाचरों हेतु उनकी सुरक्षा हेतु उचित संसाधन नहीं रहते है और ना ही जंगलो में आग बुझाने के दौरान घटना स्थल पर उनके लिए भोजन आदि की उचित व्यवस्था रहती है। रावत ने कहा कि संज्ञान में लिया जाना चाहिए कि ब्रिटिश काल में वनों के बीच में अग्नि नियंत्रण हेतु फायर लाईन बनायी गयी थी जो कि आज समय में कहीं दिखायी नहीं देती है जबकि वनों में आग लगने की स्थिति में यह फायर लाईन महत्वपूर्ण भूमिका निभाती थी। उक्त फायर लाईन पर भी कार्य किया जाना चाहिए। विधायक ने कहा कि वर्तमान में कडे वन अधिनियमों के कारण स्थानीय जनता वनों से दूर होती जा रही है और उनके मन में यह भाव पैदा हो गया है कि यह वन उनके नहीं है और इन वनों के कारण उनको जन सुविधाआें से वंचित किया जा रहा है। जबकि ब्रिटिश काल में जंगलों की सुरक्षा जन सहभागिता के आधार पर की जाती थी। परन्तु उक्त व्यवस्थाओं से जनता का वनों के प्रति मोह भंंग हो गया है। उन्होंने कहा कि संबंधी वनाधिकारी, प्रभागीय वनाधिकारी, क्षेत्रीय वनाधिकारी केवल चौकियों तक ही निरीक्षण कर अपनी इतिश्री समझ लेते हैं। विधायक ने कहा कि निचलेे स्तर के कर्मचारियों के निलंबन से पूर्व उनकी परेशानियाें को भलीभांति समझा जाए व वनाग्नि हेतु गम्भीरता से विचार किया जाये।
May 9, 2024देहरादून। राजधानी दून के रायपुर क्षेत्र में आज दोपहर कबाड़ी की दुकान में धमाका होने से सात लोग गम्भीर रूप से घायल हो गये। सूचना मिलने पर पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे और पड़ताल शुरू कर दी गयी। धमाका मोर्टार से होना बताया जा रहा है। वहीं घायलों को अस्पताल भेजा गया है जहंा उनकी हालत चिंताजनक बनी हुई है।जानकारी के अनुसार आज दोपहर राजधानी देहरादून के रायपुर क्षेर्त्रातंगत किद्दूवाला में स्थित एक कबाड़ी की दुकान में धमाका होने से लोग सहम गये। धमाके की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन भी अलर्ट हो गया और टीमें मौके के लिए रवाना हुई। जहंा पहुच कर देखा गया तो सात लोग घायल मिले। जिन्हे अस्पताल पहुंचाया गया। बताया जा रहा है कि घायलों में से एक व्यक्ति का हाथ अलग हो गया है जबकि कुल 7 लोग घायल बताए जा रहें हैं जिसमे से तीन से चार की हालत गंभीर बनी हुई है।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार किद्दुवाला में रमेश खड़का की दुकान है जहां पर शुभम कबाड़ी की दुकान चलाता है। दुकान में कबाड़ी शहर से कूड़ा लाकर बेचते हैं। कबाड़ में आर्मी एरिया से डीफ्यूज मोर्टार आया था जिसे तोड़ने का काम चल रहा था। अचानक उसमे ब्लास्ट हो गया। पुलिस कबाड़ का काम करने वाले व्यक्ति से पूछताछ कर रही है। घटना की सूचना पाकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह, एसपी सिटी प्रमोद कुमार व फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंचे। घायलों को एम्बुलेंस से दून अस्पताल में लाया गया, जहां उनका उपचार चल रहा है।थाना रायपुर प्रभारी कुन्दन राम के अनुसार मालदेवता में सैन्य फायरिंग रेंज से कबाड़ी मोर्टार उठाकर लाया था आज दुकान पर जैसे ही कबाड़ी उस मोर्टार को तोड़ रहा था तभी मोर्टार बलास्ट हो गया और सात लोग घायल हो गये। वहीं पुलिस अभी मामले की जांच कर रही है। मौके पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये है और लोगों को घटना स्थल से दूर ही रखा जा रहा है।
May 9, 2024देहरादून। कारगिल युद्ध में शहीद हुए गुमानीवाला के कैप्टन के पिता से 44.45 लाख रुपये की साइबर ठगी करने वाले पांच साइबर ठगों को एसटीएफ ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि कुछ दिन पूर्व गुमानीवाला निवासी एक वरिष्ठ नागरिक ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज करवाते हुए बताया था कि उनका बेटा जोकि आर्मी में कैप्टन था, कारगिल लड़ाई में शहीद हो गया था। मरणोपरांत उन्हें कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया था। बताया था कि फरवरी 2024 में अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर खुद को सैनिक कल्याण बोर्ड का अधिकारी व मुख्य सतर्कता अधिकारी (रक्षा मंत्रालय) कार्यालय भारत सरकार से बताकर कहा कि आपके बेटे के कीर्ति चक्र की ग्रांट के साथ—साथ आपको अतिरिक्त धनराशि प्रदान की जानी थी, लेकिन आपकी तरफ से फॉर्म जमा नहीं किया गया जिस कारण ग्रांट निरस्त हो गई है। इसके बाद ठगों ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों से बात करने को कहा और विभिन्न तिथियों में एनओसी व अन्य फाइल प्रोसेस चार्ज के नाम पर उनसे 22.4.2024 तक 44 लाख 46 हजार रुपये की ठगी कर दी।जांच के बाद एसटीएफ ने आरोपित कपिल अरोड़ा निवासी रशीद मार्केट गली नंबर 7 जगतपुरी भगत सिंह रोड दिल्ली, राहुल कुमार निवासी न्यू स्टेट बैंक कॉलोनी नियर शिव मंदिर धामपुर बिजनौर, रवि सैनी निवासी प्रताप विहार गाजियाबाद, राजेश कुमार यादव निवासी ग्राम गोरखबुर थाना रसड़ा जिला बलिया बिहार और अनुराग शुक्ला निवासी रामपुरम श्याम नगर निकट सरयू प्रसाद स्कूल जिला कानपुर यूपी को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से 18 मोबाइल फोन, 42 सिम कार्ड, 42 डेबिट कार्ड, फर्जी पहचान पत्र और एक लाख सात हजार रुपये कैश बरामद किए हैं।
May 9, 2024देहरादून।मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूडी ने कहा कि पिछले 24 घंटे में उत्तराखण्ड में वनाग्नि की कोई भी नई घटना नहीं हुई है।आज यहां गृह सचिव, भारत सरकार की अध्यक्षता में राज्य में वनाग्नि की घटनाओं की समीक्षा बैठक में प्रतिभाग करते हुए मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने जानकारी दी कि पिछले 24 घण्टों में उत्तराखण्ड में वनाग्नि की कोई भी नई घटना नही हुई है। वनाग्नि की घटनाओं में पिछले दो दिनों से लगातार कमी आ रही है। उत्तराखण्ड में वनाग्नि से 0.1 प्रतिशत वन प्रभावित हुए है तथा इस सम्बन्ध में गलत आंकड़ों का दुष्प्रचार करने वालों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। सीएस श्रीमती राधा रतूड़ी ने जानकारी दी कि शासन—प्रशासन द्वारा अपनी पूरी ताकत वनाग्नि नियंत्रण में झोंक दी गई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा वनाग्नि नियंत्रण के सम्बन्ध में निरन्तर समीक्षा व मॉनिटरिंग बैठक की जा रही हैं। मुख्य सचिव द्वारा भी लगातार मॉनिटरिंग बैठकों के साथ स्थिति पर सीधी निगरानी रखी जा रही है। पीसीसीएफ (हॉफ) द्वारा वन विभाग के फील्ड स्टाफ के साथ वनाग्नि मॉनिटरिंग हेतु लगातार बैठकें कर सभी डिवीजनों की जरूरतों के सम्बन्ध में जानकारी ली जा रही है। मुख्यालय स्तर के वरिष्ठतम अधिकारियों को जिलों में फील्ड में उतारा गया गया है। पीसीसीएफ (हॉफ) तथा एपीसीसीएफ वनाग्नि व आपदा प्रबन्धन द्वारा फील्ड ऑपरेशन का स्थलीय निरीक्षण किया जा रहा है। रिस्पॉन्स टाइम को कम करने में सफलता मिलने पर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने बताया की एफएसआई से प्राप्त फायर एलर्ट को तत्काल सम्बन्धित वाट्सअप गु्रप्स में डाल कर क्रू टीम को उसी समय घटनास्थल पर भेजा जा रहा है। एफएसआई से भारी संख्या में मिले फायर एलर्ट की विशेष मॉनिटरिंग करके वनाग्नि को कम से कम समय में नियंत्रित करने में सफलता मिली है। मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने बताया कि राज्य में सक्रिय वन पंचायतों, वनाग्नि प्रबन्धन समितियों, महिला मंगल दलों, युवा मंगल दलों को जागरूक करके तथा उत्तरदायी बना कर गांवों के नजदीक के जंगल के इलाकों में वनाग्नि नियंत्रण में सफलता मिली है। वनाग्नि नियंत्रण में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सामुदायिक संस्थाओं व फील्ड अधिकारियों को प्रोत्साहन, पुरस्कार व तत्काल बजट आंवटन से वनाग्नि नियंत्रण के प्रयासों को एक नई गति मिली। समीक्षा बैठक के दौरान गृह सचिव भारत सरकार ने कहा कि भारत सरकार द्वारा उत्तराखण्ड में वनाग्नि नियंत्रण के सम्बन्ध में हर संभव सहयोग एवं मार्गदर्शन दिया जा रहा है। बैठक में प्रमुख वन संरक्षक डॉ. धनंजय मोहन, प्रमुख सचिव आर के सुधांशु, सचिव डा. रंजीत कुमार सिन्हा, अपर प्रमुख वन संरक्षक निशांत वर्मा एवं सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।