देहरादून। देश भर मेेंं नकली दवाओं की सप्लाई करने वाले दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जिनसे उन्तीस लाख से ज्यादा नकली दवा/कैप्सूल्स, लाखो की मशीने बरामद की गयी है। पुलिस ने उनके करोड़ो रुपए का ट्रांजेक्शन फ्रीज कर दिये है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकर अजय सिंह ने बताया कि बीते रोज थाना रायपुर पर विक्रम रावत पुत्र श्याम सिंह रावत निवासी फ्लैट 301 अपेक्स टावर अशोक विहार गुडगांव डिप्टी मैनेजर द्वारा तहरीर देकर बताया गया था कि सचिन शर्मा प्रोपराईटर एस.एस. मेडिकोज अमन विहार देहरादून द्वारा अन्य अज्ञात व्यक्तियों के साथ मिलकर वादी की कम्पनी के नाम से जालसाजी कर नकली दवाइयां बेची जा रही हैं। मामले की गम्भ्ीारता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गयी। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि नामजद आरोपी सचिन शर्मा की अमन विहार में एक मेडिकल शॉप है। जिस पर पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए आरोपी सचिन शर्मा व उसके पार्टनर विकास कुमार को पाल्टेक्निक रोड धर्मकांटा रायपुर के पास से रेंज रोवर गाडी के साथ गिरफ्तार किया गया, जिनके कब्जे से वाहन में रखी इन्डोकेप व इन्डोकेप एस.आर. दवाईयों के 24 डिब्बे कुल 7200 कैप्सूल नकली दवाईयां बरामद हुई।
पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि मकदूमपुर गांव पर उनकी एक फर्जी फैक्ट्री है तथा गोदावरी रूडकी स्थित फ्लैट में उनके द्वारा नकली दवाईयां व उससे सम्बन्धित सामाग्री रखी हुई है, जिसे वह मूल दवाई की कम्पनी के नाम से विभिन्न राज्यों में सप्लाई करते है । पुलिस टीम द्वारा आरोपियों की निशानदेही पर मकदुमपुर गांव निकट लकनौंता चौराहा झबरेडा हरिद्वार स्थित फैक्ट्री व आरोपी सचिन शर्मा के गोदावरी रूडकी हरिद्वार स्थित फ्लैट से भारी मात्रा में नकली दवाईयाँ, नकली दवाईयां बनाने के उपकरण,नकली दवाईयां बनाने के लिये कच्चा माल व अन्य सामाग्री की बरामद की गयी है व मकदूमपुर हरिद्वार में स्थित फैक्ट्री को सील किया गया। आरोपियो द्वारा नकली दवाईयाँ की पूर्व में की गयी सप्लाई के सम्बन्ध में भी जांच की जा रही है।