देहरादून। पुलिस ने टाइड कम्पनी के नाम पर नकली डिटर्जेट पाउडर बेच रहे दो लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जेे से 306 नकली डिटर्जेट पाउडर के पैकेट बरामद कर छोटा हाथी सील कर दिया। पुलिस ने दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गत दिवस विजय सिंह बिष्ट पुत्र अर्जुन सिंह बिष्ट निवासी मनसा देवी गुमानीवाला ऋषिकेश एवं अन्य व्यक्तियों के द्वारा कोतवाली ऋषिकेश में सूचना दी गई की दो व्यक्ति एक छोटा हाथी में नकली डिटर्जेंट पाउडर बेचकर लोगों के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं। प्राप्त सूचना पर प्रभारी निरीक्षक कोतवाली ऋषिकेश रवि सैनी के द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए श्यामपुर पुलिस चौकी से पुलिस बल को घटनास्थल पर पहुंचने हेतु आदेशित किया गया। पुलिस बल के द्वारा मौके पर पहुंचकर विजय सिंह एवं अन्य व्यक्तियों से जानकारी की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि दो व्यक्ति एक छोटा हाथी मे नामी कंपनी टाइड के नाम से नकली डिटर्जेंट पाउडर घूम घूम कर गुमानीवाला क्षेत्र में बेच रहे थे तथा बेवकूफ बनाते हुए कह रहे थे कि यह नामी कंपनी का माल है जिससे ऑफर के लिए सस्ता बेचा जा रहा है। जब उन्होंने एक पैकेट डिटर्जेंट लिया व उसका अवलोकन किया तो उस पर टाइड टू प्लस अंकित होना पाया गया वजन 4 किलो कीमत 360 लिखा है लेकिन ये लोग पाउडर को केवल 100 में बेच रहे थे तो उन्हें संदेह होने पर एक बाल्टी में पानी लेकर उसका मौके पर ही परीक्षण किया गया तो उसमें कोई झाग नहीं बना केवल नीले रंग का पानी बन रहा था व कोई दानेदार बारीक चीज बाल्टी की तलहटी पर बैठ रही थी जब उन्होंने इस बारिक दानेदार चीज को चेक किया तो नमक होना पाया गया। पुलिस ने दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनको गिरफ्तार कर उनके कब्जे से कुल 306 पैकेट नकली डिटर्जेंट पाउडर व एक छोटा हाथी रजिस्ट्रेशन बरामद किया गया। पूछताछ में उन्होंने अपने नाम शोएब पुत्र अब्दुल कादिर व उस्मान पुत्र रईस दोनों निवासी देवबंद बताया। उन्होंने बताया कि बताया गया कि हम दोनों देवबंद में फ्रूट बेचने का काम करते थे लेकिन काम नहीं चल पाने के कारण उनका किसी लड़के ने जस्सी नाम के व्यक्ति से संपर्क कराया व बताया कि नकली डिटर्जेंट पाउडर बेचने पर उन्हें काफी मुनाफा होगा तो वह मान गए तथा 18 अक्टूबर 2022 को जस्सी से यह डिटर्जेंट पाउडर खरीद कर लाए व दूर स्थान को बेचने के मद्देनजर ऋषिकेश आए व गुमानीवाला क्षेत्र में बेचते हुए 20 लोगों को बेचकर 2000 कमाए हैं जो हमारे पास से बरामद हुए हैं। पुलिस ने उनको न्यायालय में पेश किया जहां से उनको न्यायिक हिरासत मेें जेल भेज दिया।