- न्यू मधुर विहार के निवासियों की पीड़ा
देहरादून। सहस्त्रधारा रोड स्थित न्यू मधुर विहार कालोनी में बीछी सीवर लाईन वहां के निवासियों के लिए सिरदर्द बन गयी है। वहां पर सडकें की हालत बत से बदतर हो गयी है जिसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री के टोल फ्री नम्बर से लेकर विधायक उमेश शर्मा काऊ, मेयर सुनील उनियाल गामा से भी अपनी पीडा व्यक्त की लेकिन किसी ने उनकी समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया जिसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया का सहारा लिया अब देखते हैं कि उनकी समस्या के समाधान के लिए कौन आगे आता है।
यह हालात स्मार्ट सिटी के अन्दर के हैं कि यहां पर सडक एक बार खोद दी जाती है तो फिर दोबारा उसपर कई महीनों पर ध्यान नहीं दिया जाता है और वह सडक दुघर्टनाओं को न्यौता देती है। जबकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को चेतावनी दी है कि 30 नवम्बर तक शहर को गडढा मुक्त किया जाये नहीं तो अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी। लेकिन अब देखने वाली बात है कि यह मुख्यमंत्री की चेतावनी मात्र दावा ही साबित न हो जाये। इसका जीता जागता उदाहरण सहस्त्रधारा रोड की न्यू मधुर विहार कालोनी का है। वहां के निवासियों का कहना है कि न्यू मधुर विहार कॉलोनी सहस्त्रधारा रोड के समस्त निवासी अपनी कॉलोनी की टूटी सड़क से अत्यंत दुखी है। लगभग बीस महीने पहले उनकी कॉलोनी में सीवर लाइन डाली गई जिसके लिए पूरी कॉलोनी की सड़क की खुदाई की गई , सीवर लाइन डालने के पश्चात सड़क को टूटी हालत में ही छोड़ दिया गया, उनकी कॉलोनी के सदस्यों द्वारा विधायक उमेश शर्मा काऊ से कई बार इस विषय पर मुलाकात की गई और शिकायती पत्र भी दिया गया जिस पर किसी भी तरह की कोई भी कार्यवाही नही की गई। इसके साथ वह सभी मेयर सुनील उनियाल गामा के पास अपनी इसी समस्या के लिए कई बार मिले और इस विषय पर पत्र भी दिया गया, किंतु वहा से भी कोई समाधान नहीं किया गया। इसके उपरांत मुख्यमंत्री धामी के द्वारा संचालित नंबर 1905 पर भी समस्या को बताया गया और साथ ही डाक द्वारा पत्र भी भेजा गया,लेकिन उस विभाग से भी सिर्फ फोन द्वारा बार बार पूछा जरूर गया परंतु समस्या का कोई समाधान नहीं किया गया। कॉलोनी में बुजुर्ग पुरुष एवम महिलाएं बच्चो सहित कई लोग चोटिल हो चुके है, बरसात में यह समस्या और बढ़ जाती है। उन सबका मुख्यमंत्री, विधायक और मेयर से नम्र निवेदन है कि उनकी इस समस्या का समाधान शीघ्र अति शीघ्र करने की कृपा करे। बड़े अफसोस की बात है कि जहां उनका शहर स्मार्टसिटी बन रहा है वही शहर के बीच स्थित कॉलोनी का यह हाल है। मजबूरी में कॉलोनी निवासियों द्वारा अपनी समस्या को फेसबुक और ट्विटर पर डाला जा रहा है,आशा ही नही पूरा विश्वास है कि इसे देख कर शासन प्रशासन द्वारा उनकी समस्या का समाधान शीघ्र किया जाएगा। यह उनकी पीडा है और उनकी पीडा पर महरम कौन लगाता है यह आने वाला समय ही बतायेगा।