कराची। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और वहां की सेना को अब डर लगने लगा है। इसका एक बड़ा कारण तालिबान का सहयोगी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान है, जो अफगानिस्तान पर सक्रिय है। अब पाकिस्तानी अधिकारियों ने कहा है कि अफगानिस्तान के आतंकवादियों ने उनके दो सैनिकों को मार गिराया है।
पाकिस्तानी सेना ने एक बयान में कहा कि जवाबी कार्रवाई में दो या तीन आतंकवादी मारे गए। यह हमला बाजौर क्षेत्र में हुआ और तालिबान के अफगानिस्तान पर नियंत्रण करने के बाद से यह अपनी तरह का पहला हमला है। बाजौर पाकिस्तान का एक कबायली इलाका है जहां तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) सहित कई चरमपंथी समूह सक्रिय हैं। पाकिस्तानी सेना ने यह नहीं बताया है कि हमले के पीछे कौन था, लेकिन हमलावरों को आतंकवादी कहा है।
तालिबान ने कहा था कि वह अपनी जमीन का प्रयोग किसी भी आतंकी गतिविधि के लिए नहीं होने देगा, लेकिन आतंकी संगठन की किसी भी बात पर विश्वास नहीं किया जा सकता है।
बता दें कि अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद तालिबान ने सभी आतंकियों को रिहा कर दिया था, जिसमें तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के आतंकी भी जेल से छूट गए थे। यही नहीं इन्होंने जेल से आने के बाद ऐलान किया था कि वह पाकिस्तान में आजादी के लिए लड़ते रहेंगे।