पौड़ी। उत्तराखंड के पौड़ी में आज सुबह उस समय शोक की लहर दौड़ पड़ी जब सरहद पर तैनात जवान तिरंगे में लिपट कर गांव पहुंचा।
हवलदार सोहन सिंह रावत का पार्थिव शरीर उनके घर में पहुंचते ही परिवार में कोहराम मच गया। जवान के अंतिम दर्शनों के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। वहीं पत्नी पार्थिव शरीर को देख बदवास हो गई, बच्चे बिलखते दिखाई दिए। कोटद्वार के मोटाढाक निवासी हवलदार सोहन सिंह रावत 27 जनवरी को घर से छुटृी पूरी होने पर जम्मू—कश्मीर ड्यूटी पर गए थे। सोहन सिंह चौबटृाखाल के पुड़सखाल के पटल्यू गांव के मूल निवासी थे। उनका परिवार पिछले 6 साल से कोटद्वार मोटाढाग में रह रहा है। सोहन सिंह रावत 2011 में 17 गढ़वाल राइफल में भर्ती हुए थे।
बीते रविवार शाम वह जम्मू कश्मीर के सेक्टर ब्रह्मवाणी में अपनी सर्च टीम के साथ हाई एल्टीट्यूड एरिया में सर्चऑपरेशन चला रहे थे। इस दौरान देर रात सर्च ऑपरेशन के दौरान हार्ट अटैक से उनका निधन हो गया था। जिसके बाद देर रात सैन्य अधिकारियों ने सोहन सिंह के परिवार को फोन पर जानकारी दी। आज उनके पार्थिव शरीर को घर लाया गया। जैसे ही हवलदार सोहन सिंह रावत का पार्थिव शरीर उनके घर लाया गया पूरा माहौल गमगीन हो गया। वहीं जवान की शहादत पर पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने श्रद्धांजलि दी और परिजनों को ढांढस बंधाया।