देहरादून। शिव मन्दिर में तोडफोड करने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार कर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसको न्यायालय में पेश किया जहां से उसको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बुद्धि प्रकाश बट निवासी गुमानीवाला ऋषिकेश (मंदिर के पुजारी) के द्वारा एक लिखित तहरीर दी गई कि आस्था पथ किनारे गौरी शंकर मंदिर है जहां कि पंडित ने आकर देखा तो किसी असामाजिक तत्वों द्वारा भगवान के मंदिर की मूर्तियों को ध्वस्त कर दिया गया है जिसमें की शिव परिवार की सभी मूर्तियों एवम एक शिवलिंग को बीच में से तोड कर उस पर पत्थर रख दिया गया जिससे कि सभी की आस्था को ठेस पहुंची है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर एक टीम का गठन किया गया। गठित टीम के द्वारा घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण करते हुए घटनास्थल के आस पास आने जाने वाले मार्गाे पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक करते हुए, 4 जुलाई 2022 को भरत विहार तिराहा हरिद्वार रोड के पास से एक युवक को मंदिर में तोड़फोड़ करने हेतु प्रयोग किए गए औजार के साथ गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने अपना नाम श्यामल यादव पुत्र इंद्रदेव यादव निवासी थाना न्यूरिया कॉलोनी जिला पीलीभीत, हाल निवासी— काले की ढाल ऋषिकेश बताया। उसने बताया कि वह यहां पर काले की ढाल ऋषिकेश में रहकर शादियों में वेटर का काम करता है कई ठेकेदारों के द्वारा उसके काम के पैसे ना देकर उसके साथ धोखा किया गया जिससे कि वह डिप्रेशन में चला गया तथा आक्रोश में आकर मंदिर की मूर्तियों को इसलिए तोड़ दिया कि एक विशेष वर्ग समुदाय इसे अपने धर्म के प्रति अपमान समझेगा तथा आपस में लड़ाई झगड़ा करेंगे। पुलिस ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसको न्यायालय में पेश किया जहां से उसको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।