ओवरलोडिंग व तेज गति बनी हादसे का कारण

0
147
  • हर दुर्घटना के पीछे होते हैं अलग—अलग कारणः डीजीपी

अल्मोड़ा। उत्तराखंड में हुए भीषण सड़क हादसे में एक बात स्पष्ट तौर पर सामने आ चुकी है कि बस में क्षमता से अधिक सवारियां भरी गई थी। इस बस की क्षमता 42 यात्रियों की थी जबकि मृतक व घायलों की संख्या के साथ 5 लापता यात्रियों को भी गिना जाए तो इस बस में 55 के आसपास यात्री सवार थे। लेकिन इस ओवरलोडिंग के साथ—साथ प्रत्यक्षदर्शियों व घायलों से जो जानकारी मिली है उसके अनुसार बस का ड्राइवर तेज गति से बस को चल रहा था।
जिस जगह यह हादसा हुआ वहां तेज ढलान थी मोड पर तेजी के कारण ड्राइवर बस को नियंत्रण में नहीं रख सका जिसके कारण पहले वह एक बड़े पत्थर से टकराई। जिसमें बस का आगे का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और इसके बाद बस खाई में पलट गई। गनीमत यह रही की बस नदी तक पहुंचने से पहले ही रुक गई अन्यथा इस हादसे में कोई एक भी यात्री जीवित नहीं बच पाता।
आज अल्मोड़ा हादसे की जानकारी जब डीजीपी अभिनय कुमार द्वारा पत्रकारों को दी जा रही थी उस दौरान भी जब ओवरलोडिंग रोकने पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि किसी भी हादसे का कोई एक कारण नहीं होता है हर दुर्घटना के अलग—अलग कारण होते हैं। कभी ड्राइवर की नींद या उसके द्वारा ड्रिंक करने के कारण हादसे होते हैं तो कभी सड़क में अचानक किसी जानवर आदि के आने से भी हादसे हो जाते हैं कभी तेज गति इसका कारण बन जाती है तो कभी वाहन की तकनीकी खामियों के कारण हादसे होते हैं। उन्होंने कहा कि इस हादसे के बाद डीआईजी लॉ एंड ऑर्डर को निर्देशित किया गया है कि वह सभी बड़े सड़क हादसों की केस हिस्ट्री देखकर इस पर एक रिपोर्ट तैयार करें जिससे ऐसी दुर्घटनाओं कारणों का सही पता चल सके और उन्हें कम करने के उपाय सोचे जा सकें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सूबे की पुलिस इस तरह के हर एक हादसे में हर संभव मदद करने को तत्पर रहती है उन्होंने पीड़ितों के प्रति संवेदनाएं भी व्यक्त की।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here