मूसलाधार बारिश व बर्फबारी से पहाड़ पर जनजीवन अस्त व्यस्त

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चारों धामों में बर्फबारी व शीतलहर का कहर
भूस्खलन से रास्ते बंद हजारों यात्री फंसे
किसानों की धान की फसल को भारी नुकसान

देहरादून। बीते 36 घंटों से उत्तराखंड में हो रही भारी बारिश और बर्फबारी से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। राज्य के चारों धामों सहित ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी से तापमान में भारी गिरावट आई है। शीत लहर के कारण लोगों को भारी परेशानी हो रही है, वही बद्रीनाथ और गंगोत्री राजमार्ग सहित कई प्रमुख सड़कों पर भूस्खलन के कारण आवाजाही बंद हो गई है। जिसके कारण हजारों यात्री और वाहन सड़कों पर फंसे हुए हैं।
हालांकि राज्य सरकार द्वारा मौसम विभाग की चेतावनी के बाद चार धाम यात्रा को दो दिन के लिए रोकने, स्कूलों को बंद करने सहित तमाम सतर्कता निर्देश जारी किए गए थे तथा एसडीआरएफ की 29 टीमों को भी अलर्ट पर रखा गया है। इस बारिश का सर्वाधिक प्रभाव कुमाऊं मंडल के कुछ जिलों जिसमें चंपावत, उधम सिंह नगर आदि जनपद सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं। चंपावत में अब तक सर्वाधिक 286 एमएम बारिश दर्ज की गई है। नैनीताल में भारी बारिश का क्रम जारी है। यहां एन एच 534 बृजघाटी मोटर मार्ग पर आए मलबे में एक बस और एक कार फंस गई है तथा प्रशासन ने इस मार्ग पर आवाजाही रोक दी गयी है।
चमोली से प्राप्त समाचारों के अनुसार बीते चौबीस घंटों से यहां भारी बारिश का क्रम जारी है। पागल नाले के पास पहाड़ से आए भारी मलबे के कारण राजमार्ग पर आवाजाही पूरी तरह बंद हो गयी है। बदरीनाथ राजमार्ग तीन जगह बंद हो चुका है तथा सैकड़ों यात्री और वाहन जगह—जगह फंसे हुए हैं। चमोली में बारिश व बद्रीनाथ तथा हेमकुंड साहिब में भारी बर्फबारी और तेज हवाओं के कारण भीषण सर्दी हो गई है। जिससे स्थानीय लोग और यात्री परेशान हैं। उधर उत्तरकाशी से प्राप्त समाचार के अनुसार नगुण के पास गंगोत्री ऋषिकेश हाईवे मलबा आने से बंद हो गया है। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम तथा केदारनाथ घाटी में भी आज सुबह से ही बर्फबारी हो रही है जिससे शीत का प्रकोप बढ़ गया है।
पिथौरागढ़ जनपद में भी ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी बर्फबारी के समाचार हैं तथा कई प्रमुख मार्गों पर भूस्खलन होने से यातायात ठप हो गया है। टनकपुर पिथौरागढ़ मार्ग मलबा आने से बंद हो गया है। जौलजीवी धारचुला मार्ग भी भूस्खलन के कारण बंद हो गया है जिसके कारण पूर्णागिरि व रीठा साहिब यात्रा को फिलहाल रोक दिया गया है।
वर्षा व बर्फबारी का असर पूरे प्रदेश पर पड़ा है। राजधानी दून में भी बीते कल सुबह से ही रुक रुक कर बारिश हो रही है। राज्य के मैदानी इलाकों में भारी बारिश के कारण धान की फसल को भारी नुकसान होने की खबरें है। जिन किसानों की धान की फसलें कटी हुई और खेतों पर पड़ी हुई है वह पूर्णतया बर्बाद हो चुकी है। प्रदेश में भारी बारिश व बर्फबारी के कारण राज्य के तापमान में 10 से 15 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आई है जिससे पहाड़ के लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है। चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी सहित कई जिलों में बिजली आपूर्ति ठप होने की खबरें भी है।

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