इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर
पुलिस कप्तान ने बैठाई जांच
देहरादून। अगर किसी थाने के सिपाही अपने ही थाने के थानाध्यक्ष को पीट दे वह भी इतनी बुरी तरह कि उसे हायर सेंटर रेफर करना पड़े तो इस पर आप हैरान जरूर होंगे। आपको इससे भी अधिक हैरानी तब होगी जब पीटने वाला थानाध्यक्ष ऐसा व्यक्ति हो जो मरने के बाद अपनी देहदान कर चुका हूं। जी हां लेकिन यह हैरान करने वाली घटना कहीं और नहीं जनपद देहरादून की ही है।
जनपद देहरादून के त्यूनी में तैनात कुछ सिपाहियों ने यहंा तैनात थानाध्यक्ष कृष्ण कुमार को इतना पीटा कि उन्हे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार थानाध्यक्ष कृष्ण कुमार द्वारा थाने के मुंशी को निर्देश दिए कि अमुक दो सिपाहियों को रात्रि गश्त में भेजा जाए। मुंशी ने जब इन सिपाहियों की ड्यूटी गस्त में लगाई तो उनमें से एक सिपाही ने गस्त पर जाने से इंकार कर दिया। इस बात को लेकर हुए वाद—विवाद में स्थिति यहां तक पहुंच गई कि सिपाहियों ने थानाध्यक्ष के साथ मारपीट कर डाली। पीड़ित थानाध्यक्ष का कहना है कि दो सिपाहियों ने उनके हाथ पकड़ लिए तथा तीसरा सिपाही उन्हें मारता रहा।
इस मारपीट में थानाध्यक्ष को गंभीर चोटें आई हैं तथा उन्हें पहले त्यूनी के सरकारी अस्पताल ले जाया गया जहां से उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। पीड़ित थानाध्यक्ष द्वारा इस घटना की शिकायत उच्चाधिकारियों से की गई है जिस पर पुलिस कप्तान जनमेजय खंडूरी द्वारा जांच बैठा दी गई है। सवाल यह है कि जो पूरे समाज को कानून और अनुशासन का पाठ पढ़ाने वाला महकमा है उस पुलिस विभाग में कानून और अनुशासन की क्या स्थिति है यह घटना इसका एक उदाहरण है। दोषी सिपाहियों के खिलाफ जांच में क्या सामने आता है या विभागीय अधिकारी उन्हें क्या दंड देते हैं यह तो बाद की बात है लेकिन फिलहाल इस घटना पर लोग पुलिस पर हंस रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि पीड़ित थानाध्यक्ष कृष्ण कुमार वही व्यक्ति हैं जिन्होंने अभी कुछ समय पहले मेडिकल छात्रों की पढ़ाई के लिए अपनी देह दान करने की घोषणा की थी। जिसके लिए पुलिस विभाग में उनकी खूब सराहना भी हुई थी।