नई दिल्ली। देश की 137 साल पुरानी पॉलिटिकल पार्टी कांग्रेस को नया अध्यक्ष मिल गया है। करीब 24 साल बाद ऐसा हुआ है, जब गैर गांधी परिवार वाले किसी नेता के हाथ में कांग्रेस की कमान गई है। 9000 वोटों में से 7 हजार से ज्यादा वोट मल्लिकार्जुन खड़गे को मिले हैं। हालांकि इसका औपचारिक ऐलान होना बाकी है। उधर, शशि थरूर ने अपनी हार मान ली है।
कांग्रेस के नए अध्यक्ष पद के लिए मतगणना सुबह 10 बजे से एआईसीसी मुख्यालय में शुरू हुई थी। मतगणना खत्म होने के बाद पार्टी के नए अध्यक्ष का ऐलान किया गया। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए 17 अक्टूबर को देश भर में स्थापित 68 मतदान केंद्रों पर सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी समेत 9000 डेलिगेट्स ने पार्टी के नए अध्यक्ष के लिए वोट किया था।
137 साल पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस में गांधी-नेहरू परिवार के पांच सदस्यों ने अध्यक्ष पद की कमान संभाली है। इनमें जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी शामिल हैं। पंडित जवाहर लाल नेहरू 1951 से 1954 तक कांग्रेस अध्यक्ष रहे। इंदिरा गांधी पहली बार 1959 में फिर 1978 से 1984 तक अध्यक्ष रहीं। साल 1985 से 1991 तक राजीव गांधी पार्टी के अध्यक्ष बने। 1998 में सोनिया गांधी अध्यक्ष बनीं। राहुल गांधी दिसंबर 2017 में कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे। 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद इस्तीफा दे दिया था।
पहली बार पार्टी में 1939 में अध्यक्ष के लिए चुनाव हुआ था। उस दौरान पी सीतारमैया को जीत मिली थी। उनके सामने सुभाष चंद्र बोस थे, जिन्हें हार मिली थी। दूसरी बार 1950 में कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव हुआ। मतगणना के बाद पुरुषोत्तम दास टंडन ने आचार्य कृपलानी को हरा दिया था। तीसरी बार पार्टी के अध्यक्ष के लिए 1977 में चुनाव कराया गया था। मतगणना के बाद ब्रह्मानंद रेड्डी को जीत मिली थी। सिद्धार्थ शंकर रे और करण सिंह को हराकर रेड्डी पार्टी के तीसरे अध्यक्ष बने थे। चौथी बार 1997 में कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ, जिसमें सीताराम केसरी ने शरद पवार और राजेश पायलट को हराया था।
पांचवीं बार साल 2000 में अध्यक्ष पद के लिए वोटिंग हुई। इस चुनाव में सोनिया गांधी कांग्रेस की पांचवीं अध्यक्ष चुनी गईं। उनके सामने जितेंद्र प्रसाद चुनाव में खड़े थे। 22 साल पहले हुए इस चुनाव में सोनिया गांधी को 7400 जबकि जितेंद्र प्रसाद को मात्र 94 वोट मिले थे। बता दें कि सोनिया गांधी फिलहाल पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष हैं।