दिल्ली कांग्रेस का जबरदस्त विरोध मार्च
राहुल—प्रियंका सहित तमाम सांसद गिरफ्तार
नई दिल्ली। कांग्रेस ने आज देश की राजधानी से लेकर देशभर में बढ़ती महंगाई बेरोजगारी व जीएसटी के मुद्दे पर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन का केंद्र रहे दिल्ली में भारी संख्या में सांसद व कांग्रेस कार्यकर्ता काले कपड़े पहन कर सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरे। इस दौरान पुलिस के साथ उनकी जोरदार भिड़ंत भी हुई तथा पुलिस ने राहुल गांधी, प्रियंका गांधी सहित सैकड़ों सांसद और बड़े नेताओं को गिरफ्तार कर लिया है।
कांग्रेस द्वारा आज सुनियोजित तरीके से देश की आम जनमानस की समस्याओं को लेकर एक बड़े प्रदर्शन मार्च का आयोजन किया गया। संसद भवन में जहां इस प्रदर्शन मार्च की कमान सोनिया गांधी ने संभाली वहीं संसद के बाहर राहुल गांधी इसका नेतृत्व करते नजर आए। प्रियंका गांधी ने कांग्रेस मुख्यालय से इस आंदोलन की कमान संभाली। एक साथ तीन अलग—अलग जगहों से किए गए एक साथ हल्ला बोल से निपटने के लिए दिल्ली पुलिस प्रशासन द्वारा भी कड़े सुरक्षा प्रबंध कर लिए गए थे। दिल्ली में धारा 144 लागू कर दी गई।
राहुल गांधी सांसदों के साथ राष्ट्रपति भवन के लिए निकले तो उनके साथ बड़ी संख्या में कार्यकर्ता भी शामिल थे। राहुल गांधी को पुलिस द्वारा विजय चौक पर रोक दिया गया तो वह वहीं धरने पर बैठ गए। यहां पुलिस ने सांसदों को घसीट घसीट कर गाड़ियों में डाला और राहुल गांधी को भी हिरासत में ले लिया गया। सबसे बड़ा हंगामा उस समय देखने को मिला जब प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेसी कांग्रेस मुख्यालय से निकले। प्रियंका गांधी एक ट्रॉली में रसोई गैस सिलेंडर के साथ बाहर निकली और पुलिस बैरिकेंटिग तक जा पहुंची जहां लंबे समय तक पुलिस व कांग्रेसियों के बीच धक्का—मुक्की होती रही और कांग्रेसी कार्यकर्ता एक बैरिकेडिंग को तोड़ने में सफल रहे। दूसरी वैरिकेंटिंग को भी प्रियंका गांधी कूद गई और उनके पीछे तमाम कार्यकर्ता भी आगे बढ़ने लगे पुलिस के अधिकारियों ने दौड़ कर उन्हें पकड़ा जिसके बाद वह वहीं धरने पर बैठ गई। बाद में बड़ी मुश्किल से पुलिस अधिकारी उन्हें गिरफ्तार कर गाड़ी में बैठा कर ले जा सके।
इस दौरान कांग्रेस के तमाम बड़े नेता मल्लिकार्जुन खड़के, चिदंबरम, जय राम नरेश, हरीश रावत सहित सैकड़ों कांग्रेसी नेताओं को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है। प्रदर्शन से पहले राहुल गांधी ने एक प्रेस वार्ता कर सरकार पर तानाशाही करने और विपक्ष को डरा कर चुप कराने का आरोप लगाते हुए कहा कि देश में लोकतंत्र खत्म किया जा रहा है जब कि भाजपा कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन को परिवारवाद बचाने की कोशिश बता रही है।