देहरादून। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के खिलाफ की गई कार्रवाई को लेकर जब पूर्व सीएम हरीश रावत से पूछा गया कि इस मामले में उनका क्या कहना है तो उन्होंने कहा कि अगर पार्टी ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई की है तो उसका कोई न कोई आधार भी रहा ही होगा।
हरीश रावत ने कहा कि उन्हें इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देनी है न उनकी अपनी कोई राय है। उन्होंने कहा कि सुना मैंने भी था कि वह रात के अंधेरे में
विरोधी दलों के बड़े नेताओं से संपर्क करने में जुटे थे। पार्टी ने अपने स्तर पर उसकी जांच की या करायी होगी इसकी मुझे जानकारी नहीं है। पार्टी को कहीं कुछ गलत लगा होगा तभी पार्टी ने उनके खिलाफ कार्रवाई की है। उल्लेखनीय है कि बीते कल कांग्रेस ने किशोर उपाध्याय को पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप लगाते हुए सभी पदों से हटा दिया गया था। इसके बाद से किशोर ने आधिकारिक रूप से मीडिया या पार्टी के सामने आकर अपना कोई पक्ष नहीं रखा है और न ही उनसे संपर्क हो पा रहा है।