पहली बार जिला पंचायत बोर्ड पर भाजपा का कब्जा
चार से 14 पर पहुंचने की भाजपा को भी नहीं थी उम्मीद
हरिद्वार। इसे धाकड़ धामी का करिश्मा कहे या फिर विपक्ष कांग्रेस की आपसी कलह का नतीजा। हरिद्वार जिला पंचायत चुनाव के नतीजों पर खुद भाजपा नेता भी हैरान है कि जिस चुनाव में भाजपा कभी 4 सीटों से आगे नहीं बढ़ सकी उस चुनाव में वह 14 सीटें जीतकर जिला पंचायत बोर्ड पर काबिज होने में सफल हो गई।
समाचार लिखे जाने तक भाजपा जिला पंचायत चुनाव में 14 सीटें जीत चुकी थी तथा हमेशा अपना दबदबा बनाए रखने वाली काग्रेस और बसपा पांच व छह सीटों पर सिमट कर रह गई और तो और इस चुनाव में अनुपमा रावत को जीत दिलाने वाले काग्रेस के सिपहसालार भी जीत दर्ज नहीं कर सके। अपनी इस जीत को लेकर भाजपा में जश्न का माहौल है। मुख्यमंत्री धामी ने हरिद्वार की जनता को बधाई देते हुए इस आशीर्वाद के लिए उनको धन्यवाद दिया है वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भटृ जिनके नेतृत्व में होने वाले इस पहले चुनाव में मिली जीत पर उन्होने कहा है कि भाजपा जीतेगी उन्हें यह तो उम्मीद थी लेकिन जीत इतनी बड़ी होगी यह नहीं सोचा था। राज्य गठन से लेकर अब तक भाजपा पंचायत चुनाव में कभी चार सीटों से आगे नहीं बढ़ सकी और न कभी ब्लॉक प्रमुख पद पर कब्जा उसका हो सका। खास बात यह है कि यह चुनाव भर्ती घोटालों और अंकिता मर्डर केस जैसी घटनाओं के बीच हुआ है। जब सरकार के खिलाफ भारी जनाक्रोश देखा जा रहा है और लोग सड़कों पर धरने प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे में भाजपा को मिली इस बंपर जीत ने धामी सरकार की नीतियों पर जो मोहर लगाई है वह भाजपा के लिए एक बड़ा और सुखद एहसास है।