संतो ने की वक्फ बोर्ड के अधिकारों की पुनः समीक्षा करने की मांग
देहरादून। धर्म नगरी हरिद्वार में चल रही विश्व हिंदू परिषद की राष्ट्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक के दूसरे और अंतिम दिन आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने साधु संतों का आशीर्वाद लिया और राज्य में धार्मिक अतिक्रमण हटाने से लेकर लव जिहाद, धर्मांतरण और समान नागरिक संहिता जैसे मुद्दे पर चल रहे काम के बारे में विस्तार से अपनी बात साधु—संतों के सामने रखी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब वह जमाना पीछे छूट गया है जब लोग साधु—संतों के कार्यक्रम में जाने से बचते थे। लेकिन अब इन कार्यक्रमों में राष्ट्र की बात होती है और सनातन संस्कृति की बात होती है। उन्होंने कहा कि वह धर्म ध्वजा को आगे बढ़ाने में कोई कमी नहीं रखेंगे। उन्होंने कहा कि देश में धर्मांतरण एक बड़ी समस्या है तथा साधु—संतों को समाज के बीच जाना चाहिए जिससे उन क्षेत्रों में जहां लोग पिछड़े हुए हैं जागरूकता पैदा हो सके।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत का सम्मान बढ़ा है और लैंड जिहाद और लव जिहाद जैसी समस्याओं पर सरकार नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में अवैध रूप से बनाई गई मजारों को तोड़ा जा रहा है तथा धार्मिक अतिक्रमण के खिलाफ कार्यवाही जारी है।
मुख्यमंत्री के समक्ष विहिप के कार्यकर्ताओं व नेताओं द्वारा भी कुछ मुद्दे रखे गए जिसमें मंदिरों का अधिग्रहण और अतिक्रमण से अलग रखने की बात कही गई है वहीं उत्तराखंड सरकार से वक्फ बोर्ड के अधिकारों की समीक्षा करने की मांग की गई है। विहिप का मानना है कि धामी की सरकार ने वक्फ बोर्ड को आवश्यकता से अधिक अधिकार दे रखे हैं जिन्हें सीमित करने पर सरकार को विचार करना चाहिए। उल्लेखनीय है कि अतिक्रमण के नाम पर मंदिरों के खिलाफ की जाने वाली कार्यवाही को लेकर भी कुछ संतो ने अपनी नाराजगी मुख्यमंत्री धामी से जताई है।