आज हरिद्वार में कांग्रेसी नेताओं ने बनाई नई रणनीति
देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस में जारी घमासान सब कुछ गंवा देने के बाद भी थमता नजर नहीं आ रहा है। हिस्से हिस्से में बंटी कांग्रेस के नेताओं की यह लड़ाई अब जेठानी और देवरानी की लड़ाई तक आ गई है।
बीते कल डॉक्टर हरक सिंह ने विपक्ष को कमजोर बताते हुए कहा था कि वह अब न सदन में न सड़कों पर कहीं भी संघर्ष करता दिखाई नहीं देता है। उनके बयान का प्रीतम सिंह ने भी समर्थन किया था। जिसके जवाब में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आज डॉ हरक सिंह पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि विपक्ष सदन में भी मजबूत है और सड़कों पर भी। विपक्ष की घेराबंदी के कारण ही सदन की कार्रवाई को सरकार 3 दिन पहले ही समेटने पर विवश हो गई। अग्निपथ का विरोध विपक्ष पूरी ताकत से कर रहा है। उन्होंने कहा कि जेठानी की ढिढाई, चलो देवरानी बाहर तो आई। उन्होंने कहा कि मुझे जो जेठानी कहते हैं मेरी ठिठोली से ही सही वह (देवरानी) घर से बाहर तो निकले। चुनाव के बाद डॉ हरक सिंह कांग्रेस की हर गतिविधि से दूरी बनाए हुए थे।
भगतदा से डा. हरक सिंह की मुलाकात के बाद गरमाई सूबे की राजनीति में तरह—तरह की चर्चाएं हैं। हरक सिंह के साथ कांग्रेसी नेताओं की बैठक को लेकर भी कई तरह की बातें हो रही है जो यह बताने के लिए काफी है कि कांग्रेस में एक बार फिर गुटबाजी चरम पर पहुंच रही है। प्रीतम सिंह ने कल ही संकेत दिया था कांग्रेस अब संघर्ष करते नजर आयेगी। हम सब मिलकर पूरी ताकत से भाजपा का मुकाबला करेंगे जो विपक्ष को कमजोर करने में जुटी है। खबर है कि आज हरक व प्रीतम सहित तमाम अन्य नेता हरिद्वार में बड़ी बैठक करने जा रहे हैं जहंा कांग्रेस अपनी रणनीति पर चर्चा करेगी। सवाल यह है कि क्या हरक और प्रीतम व भुवन कापड़ी कांग्रेस के लिए वह सब कर पाएंगे जो करण माहरा और यशपाल तथा हरीश नहीं कर पा रहे हैं।