चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज अपने स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को भ्रष्टाचार के आरोपों में कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया, क्योंकि उनके खिलाफ ठोस सबूत पाए गए थे। सिंगला कथित तौर पर अधिकारियों से टेंडर पर एक प्रतिशत कमीशन की मांग कर रहे थे। पार्टी ने कहा कि बड़ा फैसला आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के भ्रष्टाचार विरोधी मॉडल के अनुरूप लिया गया है। आप सांसद राघव चड्ढा ने इस फैसले की सराहना करते हुए दावा किया कि उनकी पार्टी एकमात्र ऐसी पार्टी है, जो अपने ही नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए ईमानदारी और साहस के साथ है। उन्होंने ट्वीट किया, “आम आदमी पार्टी एकमात्र ऐसी पार्टी है, जिसके पास भ्रष्टाचार के आधार पर अपने खिलाफ कार्रवाई करने के लिए ईमानदारी, साहस और ईमानदारी है। हमने इसे दिल्ली में देखा, अब हम इसे पंजाब में देख रहे हैं। भ्रष्टाचार के लिए जीरो टॉलरेंस। सीएम भगवंत मान का सराहनीय निर्णय।” इस कड़े एक्शन के बाद भगवंत मान ने कहा, ”एक पर्सेंट भ्रष्टाचार भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जनता ने बहुत उम्मीदों से आम आदमी पार्टी की सरकार बनाई है, उस उम्मीद पर खरा उतरना हमारा कर्तव्य है।” उन्होंने कहा, ”जबतक अरविंद केजरीवाल जैसे भारत मां के बेटे है और भगवंत मान जैसे सिपाही, भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ महायुद्ध जारी रहेगा। अरविंद केजरीवाल ने वचन लिया था कि भ्रष्टाचार के सिस्टम को जड़ से उखाड़ फेकेंगे, हम सब उनके सिपाही हैं, एक पर्सेंट भ्रष्टाचार की कोई जगह नहीं।” साल 2015 में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने एक मंत्री को भ्रष्टाचार के मामले में बर्खास्त किया था, आज देश में ऐसा दूसरी बार हो रहा है।