नई दिल्ली। सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक विभाग निदेशालय ने असम के संयुक्त सचिव को 90 हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़ा है। आरोप है कि संयुक्त सचिव एक सुरक्षा फर्म के लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए रिश्वत की मांग की थी। असम सरकार के संयुक्त सचिव केके शर्मा को गिरफ्तार करने के बाद सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधी निदेशालय ने उनके आवासीय परिसर की तलाशी ली। इस दौरान उनके घर से 49 लाख रुपये कैश बरामद किए गए। बता दें कि 21 अक्टूबर को सतर्कता और भ्रष्टाचार विरोधी विभाग ने भ्रष्टाचार की शिकायत के बाद डिब्रूगढ़ स्थित जिला परिवहन कार्यालय (डीटीओ) में छापेमारी की थी। यहां डिब्रूगढ़ के डीटीओ संजीव हजारिका के आवास पर तलाशी ली थी। इस दौरान उनके घर से 7 लाख रुपये कैश जबकि 87,000 रुपये के पुराने नोट बरामद किए गए थे। असम सरकार ने विशेष डीजीपी जीपी सिंह के नेतृत्व में सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय के नेतृत्व में भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान चलाया है। 10 मई, 2021 से 19 अक्टूबर, 2022 तक 40 मामले दर्ज किए गए। जीपी सिंह ने कहा कि सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक विभाग निदेशालय द्वारा ट्रैप मामलों को दर्ज कराना एक अनिवार्य जिम्मेदारी है।