देहरादून। राजधानी स्थित डा. बलवीर सिंह साहित्य केंद्र की लाइब्रेरी के डिजिटाइजेशन का आज से कार्य आरंभ किया गया है।
पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला का देहरादून स्थित डॉ बलबीर सिंह साहित्य केंद्र भाई वीर सिंह, प्रोफेसर पूरन सिंह, डा. बलबीर सिंह एवं बीबी महिंदर कौर ने लाईब्रेरी के डिजिटाईजेशन के कार्य का शुभारंभ किया। पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला को दिए गए हस्तलिखित ग्रंथों, प्रारंभिक पंजाबी समाचार पत्रों, रसाले, ट्रैक्टस एवं दुर्लभ पुस्तकों के कारण अकादमिक एवं सिख जगत में अपनी विलक्षण पहचान रखता है। इस दुर्लभ लाइब्रेरी का शोध क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान है। जिस कारण देश—विदेश से शोधार्थी इस लाइब्रेरी में आते हैं। पुस्तकों, ग्रंथों का बार—बार इस्तेमाल होने के कारण इनकी हालत खराब हो रही है। जिसको देखते हुए पंजाबी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर अरविंद ने इस अनमोल खजाने को डिजिटाइज करने का विचार बनाया एवं इसकी स्वयं देहरादून पहुंचकर इस कार्य का शुभारंभ किया।
इस कार्य को सुचारू रूप से चलाने के लिए उन्होंने हर प्रकार की मदद का विश्वास दिलाया और कहा कि आने वाले समय में यह कार्य पंजाबी यूनिवर्सिटी के अहम कार्यों में से जाना जाएगा। इस अवसर पर निर्मल आश्रम ऋषिकेश के संत बाबा जोध सिंह, हेमकुंड साहिब ट्रस्ट मैनेजमेंट के प्रधान सरदार नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा, डा. कमलजीत सिंह, देहरादून सेंटर से डॉक्टर कुलविंदर सिंह, बीबी मनजीत कौर गम बहादुर बिष्ट एवं सुरेंद्र सिंह मौजूद रहे। केंद्र के कोऑर्डिनेटर डॉक्टर परमवीर सिंह ने वीसी साहेब का धन्यवाद दिया है।