नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के कांकेर में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 29 नक्सली मारे गए हैं। इस मुठभेड़ में तीन सुरक्षाकर्मी भी जख्मी हुए हैं। नक्सल प्रभावित बस्तर में मतदान 19 अप्रैल को कांकेर में 26 अप्रैल को होना है। मतदान से पहले सुरक्षाबलों की यह बड़ी कामयाबी है। बस्तर क्षेत्र में चलाए गए किसी अभियान के दौरान मारे गए नक्सलियों की यह अब तक की सबसे बड़ी संख्या है। छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद यह पहली बार है जब किसी मुठभेड़ में इतनी बड़ी संख्या में नक्सली मारे गए हैं। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, जिनके पास गृह विभाग भी है, ने मुठभेड़ को एक बड़ी सफलता बताया और कहा कि इसका श्रेय बहादुर सुरक्षाकर्मियों को जाता है।
सूचना के बाद छोटेबेठिया थाना क्षेत्र में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के संयुक्त दल को गस्त में रवाना किया था। दल आज दोपहर लगभग दो बजे हापाटोला गांव के जंगल में था तब नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी कर दी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की।पुलिस अधिकारी ने बताया, ”प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, घटनास्थल से 29 नक्सलियों का शव, एके-47 राइफल, एसएलआर राइफल, इंसास राइफल और .303 बंदूक समेत भारी मात्रा में हथियार बरामद किया गया है।”सुंदरराज ने बताया कि इलाके में तलाशी अभियान अभी भी जारी है।
उन्होंने बताया, ”मुठभेड़ में तीन जवान घायल हुए हैं। उन्हें इलाज के लिए हवाई मार्ग से रायपुर ले जाया जा रहा है। जवानों की हालत खतरे से बाहर है।” पुलिस अधिकारी ने बताया कि मारे गए नक्सलियों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। प्रथम दृष्टया ऐसा लग रहा है कि इन नक्सलियों में माओवादियों के उत्तर बस्तर डिवीजन के बड़े नेता शामिल हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि गोलीबारी में बीएसएफ के दो निरीक्षक और एक डीआरजी का जवान घायल हुए हैं।